-बोर्ड के निर्णय को लेकर गीडा आवंटियों में आक्रोश

-पेयजल आपूर्ति शुरू नहीं, जलकर लेने का ले लिया निर्णय

GORAKHPUR: मंडलायुक्त की अध्यक्षता में थसर्डे को हुई गीडा बोर्ड की मीटिंग में कई योजनाएं लागू कर दी गई। योजनाओं के लागू होने से व्यापारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि बोर्ड ने मूलभूत सुविधाएं तो दी नहीं, लेकिन कर लागू कर दिया। अब तो गीडा आवंटियों का कहना है कि अब तो वे गीडा आकर पछता रहे हैं।

केवल क्भ् प्रतिशत ही व्यापारी हुए शिफ्ट

न्यू गीडा ट्रांसपोर्ट नगर वेलफेयर संस्थान के अध्यक्ष रामसतीश यादव का कहना है कि अभी तक ट्रांसपोर्ट नगर से मात्र क्भ् प्रतिशत ही व्यापारियों ने ही शिफ्ट किया है। यहां आए व्यापरियों में हमेशा डर सताया रहता है कि कब दुकान में चोरी हो जाए। तीन पार्किंग तो बनी है, लेकिन वहां पर भी बाहरी लोगों ने कब्जा कर लिया है। दर्जनों बार इसकी शिकायत गीडा प्रशासन से की गई है, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं नहींरेंगती।

इन समस्याओं को लेकर परेशान हैं व्यापारी

- कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं

- पीने के पानी की कोई सप्लाई व्यवस्था नहीं

- सुरक्षा व्यवस्था नहीं

- पार्किंग पर अवैध लोगों का कब्जा

- आईजीएल कंपनी के राख ठेकेदारों द्वारा पार्किंग में कब्जा

जिला कांग्रेस कमेटी ने जताया रोष

जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव व गोरखपुर ऑटोमोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष असलम परवेज की अध्यक्षता में फ्राइडे को हुई बैठक में आवंटियों ने कहा कि दस वर्ष से अधिक हो गया, लेकिन वहां बने टयूबवेल से पेयजल की आपूर्ति आज तक शुरू नहीं हो पाई। गीडा प्रशासन रखरखाव के नाम पर शुल्क बढा़ता जा रहा है। ऐसे में बिना पेयजल आपूर्ति के ही जलकर लगाना तुगलकी फरमान है। एसोसिएशन अध्यक्ष ने रखरखाव शुल्क का नाम बदल कर गृहकर और जलकर व अलग से जलकर लगाने के प्रस्ताव को वापस करने की मांग की। बैठक में सेक्टर पांच आवासीय योजना में पेयजल आपूर्ति शुरू करने, पार्को का सुंदरीकरण करने की मांग की गई। उन्होंने चेतावनी दिया कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो गीडा सेक्टर भ् व ख्ख् के आवंटी शुल्क जमा करना बंद कर देंगे और अदालत की शरण में जाएंगे।

पार्किंग में कब्जे को लेकर थाने में सूचना दे दी गई, सैटर्डे को थाने पर फोन करके कब्जा हटाने के लिए कहा जाएगा। अगर नहीं अवैध कब्जा नहीं हटता है तो गीडा अपना लेकर उस कब्जे को हटाएगा और जो भी समान मिलेगा उसको कब्जा में लिया जाएगा।

बृजेश अग्रहरि, जेई गीडा