- अधिवक्ता की बेटी ने दर्ज कराया था मुकदमा

- बैरक में हुई पूछताछ, ली गई सघन तलाशी

GORAKHPUR:

तिवारीपुर, इलाहीबाग निवासी अधिवक्ता विजय कुमार की बेटी को जानमाल की धमकी देने वाले बदमाशों पर शिकंजा कसेगा। अधिवक्ता की बेटी की शिकायत पर पुलिस-प्रशासन ने बंदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। जिला कारागार में बंद अभियुक्तों की बैरक में सघन तलाशी कराते हुए उनसे पूछताछ की गई है।

बेटी कर रही कड़ी पैरवी

दीवानी कचहरी के अधिवक्ता विजय कुमार श्रीवास्तव की भूमि के एक मामले में प्रॉपर्टी डीलर से टशन चल रही थी। अधिवक्ता होने से वह भूमि का मुकदमा देख रहे थे। इससे नाराज लोगों ने 18 अगस्त 2015 की रात बात करने के लिए अधिवक्ता को बुलाया। गोरखनाथ के इंडस्ट्रियल एरिया में अधिवक्ता को गोली मारकर बदमाश फरार हो गए। अगले दिन उनकी डेड बॉडी मिली। जांच में सामने आया कि चंदू उर्फ चंद्रीश ने अधिवक्ता को फोन किया था। अधिवक्ता के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके पुलिस मामले की जांच में जुटी।

नैनीताल में पकड़ा गया आरोपी

प्रॉपर्टी डीलर चंदू सहित दो की तलाश में पुलिस लग गई। इस दौरान सामने आया कि आरोपी चंदू नैनीताल में छिपा है। 28 सितंबर 2015 को पुलिस ने उसको अरेस्ट करके हत्या का खुलासा किया। उसने पुलिस को बताया कि रिंकू और फैजल नाम के शूटर्स ने उसके कहने पर अधिवक्ता का मर्डर किया। अधिवक्ता हत्याकांड में पकड़े गए तीनों बदमाश चंद्रीश उर्फ चंदू, फैजल और रिंकू जिला कारागार में निरुद्ध है। आरोप है कि मुकदमे की पैरवी कर रही अधिवक्ता की बेटी को फोन से धमकी देकर बदमाश गवाही न देने का दबाव बनाया। अधिवक्ता की बेटी ने एसएसपी से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई। एसएसपी ने तिवारीपुर पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया।

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चप्पल में छुपाया था मोबाइल

जेल गेट पर तलाशी के दौरान गुरुवार की शाम पेशी से लौट रहे बंदी के पास दो मोबाइल फोन बरामद हुए। कोतवाली एरिया में चोरी के आरोप में बंद आफरीन गुरुवार को पेशी पर कोर्ट गया था। शाम को लौटते समय जेल गेट पर तलाशी के दौरान उसकी गतिविधियों पर बंदी रक्षकों को शक हुआ। जांच में सामने आया कि चप्पल में मोबाइल रखने की जगह कटवाकर उसने हैंडसेट छिपा लिया था। पेशी पर उसने परिचितों से मोबाइल मंगवाकर उसने छिपा लिया था।