गोरखपुर (ब्यूरो)।बेतियाहाता दक्षिणी में लखनऊ हाइवे पर माफिया ने 31 डिस्मिल (1250 वर्म मीटर) भूमि पर पिछले 15 साल से अवैध कब्जा जमाया था। माफिया पर लगातार पुलिस की कार्रवाई देख नगर निगम की टीम अब हरकत में आई है। बता दें, माफिया-अपराधियों पर हुई कार्रवाई में अरबों की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
कब्जा कर लिख दिया मां और पत्नी का नाम
अजीत शाही ने लखनऊ हाइवे से सटे नगर निगम की 31 डिस्मिल भूमि पर कब्जा कर लिया था। चारदीवारी का निर्माण कराने के बाद 4 कमरा, किचन, बाथरूम बनवाकर गेट पर अपनी पत्नी और मां के नाम का बोर्ड लगा दिया। एसपी सिटी, कैंट थाना पुलिस के साथ सुबह 11 बजे मेयर डॉ। मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल पहुंचे। घर में रखा सामान हटवाने के बाद बुलडोजर से मकान और चारदीवारी को गिरवा दिया।
नगर निगम ने दर्ज कराई एफआईआर
जमीन पर अवैध कब्जा जमाने वाले माफिया अजीत शाही पर नगर निगम ने कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है। नगर निगम की तहरीर पर माफिया अजीत पर धारा 419, 420, 467, 468, 471, 474, 447, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984-3 और 4 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
माफिया अजीत के दो नाम
माफिया अजीत शाही का शहर में गाड़ी खींचने का भी काम चलता है। माफिया का कई बैंक से टाइअप है। इसके गुर्गे घरों पर चढ़कर गुंडागर्दी भी करते हैं। पुलिस की जांच में एक बात और सामने आई है कि माफिया नाम बदलकर अजीत वीर विक्रम सिंह नाम से कारोबार करता है। वोटर आईडी में माफिया का नाम अजीत पिता का नाम रामजी है। जबकि इंदिरा नगर लखनऊ के पते पर बने आधार कार्ड में माफिया ने नाम अजीत वीर विक्रम सिंह पिता का नाम राम जी सिंह दर्शाया है। गीडा थाने में एसआई आलोक कुमार राय की तहरीर पर सोमवार को अजीत शाही पर 419, 420 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
सुधीर सिंह के जमानतदार ने वापस ली जमानत
सोमवार को माफिया सुधीर सिंह के 2 जमानतदार पिपरौली खुर्द के सत्यपाल सिंह पुत्र भुनेश सिंह और कालेसर के शैलेश पुत्र ओमप्रकाश सिंह ने कोर्ट जाकर अपनी जमानत वापस ले ली। शाहपुर थाने में साल 2012 में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में दोनों जमानतदारों ने जमानत ली थी।
इतने प्वाइंट पर तैयार हुई माफिया की कुंडली
पिता का नाम, स्थायी पता, अस्थायी पता, रिश्तेदार, बेटा-बेटी, भाई, माता-पिता, बहन, चाचा, ताऊ, हिस्ट्रीशीट नंबर, पंजीकृत गैंग नंबर, गैंग लीडर का नाम, माफिया का टाइप, गैंग के सदस्य और सहयोगी की संख्या, पंजीकृत मुकदमे की संख्या, जहां मुकदमा दर्ज है। उस जिले और थाने का नाम, किस प्रकार का हथियार माफिया या गैंग द्वारा यूज किया जात है, व्यावसायिक कार्य, राजनैतिक संबद्धता, मुख्य आपरेटिंग जिला, कितने मुकदमे न्यायालय में विचाराधीन हैं और किसमे सजा हो चुकी है समेत कई अन्य प्वाइंट पर माफिया की कुंडली तैयार की गई है।
माफिया पर दर्ज मुकदमे
माफिया मुकदमे
राकेश यादव 50
सुधीर सिंह 36
विनोद उपाध्याय 25
प्रदीप सिंह 53
राधेश्याम 34
अजीत शाही 35
सुभाष शर्मा 22
सत्यव्रत राय 16
शैलेंद्र 09
गोरखपुर में माफियाओं को इस तरह दी आर्थिक चोट
भूमाफिया ओमप्रकाश पाण्डेय की 6 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त।
नशे की कारोबारी पंडिताइन की 13.5 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त।
मेडिकल माफिया अभिषेक यादव की 103 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त।
भूमाफिया जवाहर यादव की 416 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त।
भूमाफिया भृगनाथ सिंह की 8.5 करोड़ की संपत्ति जब्त।
माफिया सुधीर सिंह की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त,
माफिया अजीत शाही की 14.73 करोड़ की संपत्ति जब्त
माफिया पर लगातार कार्रवाई चल रही है। सोमवार को अजीत शाही द्वारा नगर निगम की जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को हटाया गया है। नगर निगम के बुलडोजर से अवैध कब्जे को हटाया गया है। माफिया की और भी अवैध संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है।
कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी