- ट्यूज्डे मॉर्निग आई तेज आंधी में गिरी दीवार, बाल-बाल बचा परिवार
GORAKHPUR : कुदरत के कहर से गोरखपुराइट्स इस कदर दहशत में हैं कि उन्हें अपना घर भी सुरक्षित महसूस नहीं हो रहा है। भूकंप के झटकों ने न सिर्फ सदमा दिया, बल्कि उनके आशियाने की नींव तक हिला दी, वहीं तेज बारिश और आंधी वाले तूफान ने उस आग में घी डालने का काम किया है। भूकंप के बाद आए आंधी-तूफान से जिले के कई एरिया में दीवार ढह गई तो मकान में क्रैक आ गया। इससे अब लोग दहशत में हैं। भूकंप नहीं बल्कि हल्की बारिश और आंधी आते ही लोग घर छोड़ कर बाहर निकल जा रहे हैं।
काले बादलों ने बचाई जान
तुर्कमानपुर में अजीज अपने परिवार के साथ रहते हैं। अजीज ने बताया कि घर की दूसरी मंजिल पर किचन है। शनिवार को आए भूकंप के बाद पड़ोस की दीवार में दरार पड़ गई थी। हालांकि देखने पर दीवार मजबूत लग रही थी। इस दीवार के नीचे ही अक्सर फैमिली के लोग बैठ कर बात करते थे। सोमवार की सुबह जब काले बादलों के साथ तेज आंधी आई। उस समय घर की महिलाएं किचन के बाहर बैठ कर सब्जी काट रही थी। काले बादलों से छाए अंधेरे को देख वहां बैठे सभी लोग भाग खड़े हुए। अभी लोग कुछ दूर ही आए थे कि अचानक वह दीवार ढह गई। हालांकि कोई जख्मी नहीं हुआ, मगर इसके बाद से परिवार के सभी लोग दहशत में है। वहीं गोला और सहजनवां एरिया में कई मकान की दीवार आंधी में गिर गई।
भूकंप, आंधी तूफान ने बढ़ाई दहशत
भूकंप के सदमे से अभी गोरखपुराइट्स उबर भी नहीं पाए थे कि सोमवार को आए आंधी-तूफान ने एक बार फिर उनके दिल में दहशत भर दिया। भूकंप के झटकों ने शहर नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों के मकानों को भी कमजोर कर दिया है। तेज झटके से बड़ी-बड़ी बिल्डिंग तक की नींव हिल गई है। इसके बाद आई तेज आंधी और बारिश से इन मकानों पर और खतरा मंडराने लगा है। अब लोग भूकंप के झटके तो दूर बारिश और आंधी को भी हल्के में नहीं ले रहे हैं। सबसे अधिक वे लोग परेशान हैं, जिनके मकान काफी पुराने हैं।