- जिला कारागार में लगाए जाएंगे दो पीसीओ

- यूपी गवर्नमेंट ने जारी किया बजट, बीएसएनएल करेगा काम

GORAKHPUR : जिला कारागार के बंदी जेल में हैलो कह सकेंगे। घरवालों से बात करने में उनको कोई प्रॉब्लम नहीं होगी। यूपी गवर्नमेंट ने इसकी अनुमति दे दी है। जल्द ही जिला कारागार में पीसीओ काम करना शुरू कर देगा। गोरखपुर जेल में दो पीसीओ लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने कहा बंदियों की प्रॉब्लम को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

तीन करोड़ 70 लाख का बजट हुआ जारी

जेल से जुड़े लोगों ने बताया कि प्रदेश की 67 जेलों में पीसीओ लगाए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने तीन करोड़ 70 लाख रुपए का बजट जारी किया है। बीएसएनएल को जेल में पीसीओ लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अगस्त मंथ में पीसीओ का काम पूरा होने की उम्मीद है। गोरखपुर जेल में बंदियों की तादाद एक हजार है इसलिए यहां पर दो पीसीओ इंस्टाल किए जाएंगे। जेल प्रशासन पीसीओ के लिए जगह देने को तैयार हो गया है।

20 मिनट का मिलेगा समय, घरवालों से होगी बात

पीसीओ से बात करने की सुविधा सभी बंदियों को दी जाएगी। बंदियों के फैमिली मेंबर्स का नंबर फीड किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर उन्हीं नंबरों पर बात होगी। बात करने के लिए बंदियों को 20 मिनट का समय दिया जाएगा। टाइम खत्म होने के बाद बंदी को दोबारा मौका नहीं मिलेगा। जेल प्रशासन का कहना है कि जांच में जेल के भीतर से मोबाइल बरामद हो चुके हैं। पीसीओ लगने के बाद यह प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी।

जेल में पीसीओ लगाने के लिए बजट जारी हो चुका है। इस संबंध में गाइडलाइन जारी हो गई है। बीएसएनएल को पीसीओ लगाना है। कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द काम पूरा हो जाए।

एसके शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक