- आईनेक्स्ट की खबर छपने का बाद बीएसए ने उठाया सख्त कदम
- सैटर्डे को शिक्षा विभाग की 8 टीम्स ने 54 स्कूलों का किया इंस्पेक्शन
GORAKHPUR: प्राइमरी स्कूलों में टीचिंग छोड़कर धरना प्रदर्शन कर रहे टीचर्स पर शिकंजा कसने लगा है। सैटर्डे को आई नेक्स्ट की खबर 'बच्चों को भूले गुरुजी' को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने 54 स्कूलों में अचानक जांच कराई। इसके लिए उन्होंने आठ टीमों को एक्टिव किया, जिन्होंने डिफरेंट रूट्स पर जाकर स्कूल्स की चेकिंग की। जांच में लापरवाही सामने आने पर बीएसए ने तीन टीचर्स को सस्पेंड कर दिया। वहीं 41 टीचर्स का वेतन अगले आदेश तक रोकने का निर्देश दिया। बीएसए ने कहा प्राइमरी स्कूलों में इंस्पेक्शन का सिलसिला जारी रहेगा।
पांच दिनों से पढ़ाने के बजाए धरने पर थे टीचर्स
विभिन्न मांगों को लेकर प्राइमरी स्कूलों के टीचर्स आंदोलनरत हैं। बीएसए आफिस पर पांच दिनों से टीचर्स धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सुबह 10 बजे से लेकर शाम पांच बजे टीचर्स बजाए स्कूल जाने के बीएसए आफिस पर डटे नजर आ रहे थे। शिक्षक नेता जहां सुबह से ही धरना में आ जाते हैं। वहीं टीचर्स की भीड़ भी धीरे-धीरे जमा हो जाती है। फ्राइडे को धरना प्रदर्शन के दौरान लोगों ने टीचर्स की चुटकी ली। कहा गुरुजी लोग इतनी मेहनत स्कूलों में करते तो बच्चों को भला होता। आईनेक्स्ट ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर का असर सैटर्डे को नजर आया।
आठ टीम बनाकर खुद निकले बीएसए
सैटर्डे को बीएसए ने आठ टीमों का गठन किया। उन्होंने जिले के 54 स्कूलों का इंस्पेक्शन करने का निर्देश दिया। पांच प्राइमरी स्कूलों में बीएसए खुद जा पहुंचे। जांच के दौरान लापरवाह तीन टीचर्स को बीएसए ने तत्काल सस्पेंड करने के निर्देश दिए, वहीं 41 टीचर्स के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगाने को कहा है। इतना ही नहीं उन्होंने पांच अनुदेशकों का वेतन भी रोकने का निर्देश दिया है। सैटर्डे को कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा। बीएसए ने कहा मंडे को फिर से स्कूलों की जांच पड़ताल की जाएगी।
स्कूलों का इंस्पेक्शन किया गया है। तीन टीचर्स को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं 41 का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। सस्पेंड किए गए टीचर्स की डीटेल आफिस खुलने पर दे सकेंगे।
- ओम प्रकाश यादव, बीएसए