- गोरखनाथ थाने से लेकर हुमायूंपुर चौराहे तक बना नाले का प्रस्ताव

- जल निगम ने कई अफसरों को लिखा पत्र, नाला बनने से आधा दर्जन एरिया में हो सकता है जल जमाव

- जल निगम को बनाना था, नाले का प्रस्ताव देख जल निगम ने किया हाथ खड़े किए

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सिटी में एक नाले के निर्माण को लेकर दो पार्षद और दो विभाग आमने-सामने आ गए हैं। वार्ड नं 25 जनप्रिय विहार कॉलोनी के पार्षद रेखा देवी वर्मा का आरोप है कि इस नाले के निर्माण होने से हुंमायूंपुर चौराहे सहित आधा दर्जन एरिया में जल जमाव होने लगेगा। वहीं वार्ड नं 29 हुंमायूंपुर वार्ड की पार्षद रंजुला रावत का कहना है कि पहले भी पानी उसी नाले से निकलता था, आज भी उसी से निकालने की तैयारी है। बस वर्तमान में नाले की चौड़ाई और गहराई बढ़ाई जा रही है। नगर निगम ने इस नाले की स्वीकृत दे दी है तो जल निगम ने नाले की डिस्चार्ज क्षमता और कैचवर्ड एरिया पर सवाल खड़ कर दिए है।

यह है मामला

दो माह पहले नगर निगम ने गोरखनाथ थाने से जनप्रिय विहार कॉलोनी तक की नाले के चौड़ीकरण का प्रस्ताव बनाया। यह नाला वार्ड नं 29 हुमायूंपुर में है। यह नाला जनप्रिय विहार कॉलोनी तिराहे पर एक पुराने नाले में जुड़ना था। यह नाला वार्ड नं 25 जनप्रिय विहार कॉलोनी में पड़ता है। इस पुराने नाले से पानी निकालने की क्षमता 350 मिली प्रति मिनट है। वार्ड नं 25 की पार्षद का विरोध है कि नए नाले से जुड़ने से पुराना नाले की क्षमता गड़बडा जाएगी। इसी टेक्निकल तर्क को देते हुए जल निगम नए नाले को बनाने से मना कर रहा है। जल निगम का तर्क है कि अगर यह नाला जुड़ गया तो कई एरिया जल जमाव हो जाएगा .वहीं नगर निगम का कहना है कि यह पुराना नाला है, इसकी केवल क्षमता बढ़ाई जा रही है।

नगर निगम के इंजीनियर्स को क्या टेक्निकल जानकारी नहीं थी

-गोरखनाथ थाने से जनप्रिय विहार कॉलोनी तक वर्तमान समय तक 6 इंच चौड़ा और 10 इंच गहरा नाला है। इसी नाले को चौड़ा करने का प्रस्ताव दो माह पहले नगर निगम ने 14 लाख रुपए की लागत से तैयार किया और जल निगम को निर्माण कार्य की जिम्मेदारी मिली। निर्माण कार्य की जब बारी आई तो जल निगम के एक्सईएन ने पुराने नाले की क्षमता कम होने की बात कह कर नाला जोड़ने से मना कर दिया। एक्सईएन ने बकायदे नगर आयुक्त को पत्र लिखकर मना किया है। वहीं जब मुख्य नाले की क्षमता कम थी तो उसमें नया नाला जोड़ने वाले नगर निगम के इंजीनियर्स को क्या टेक्निकल जानकारी नहीं थी।

पुराने नाले में जिस नए नाले को जोड़ने की बात जल निगम कर रहा है, वह नया नाला नहीं बल्कि पुराने नाले को चौड़ा किया जा रहा है। पता नहीं क्यों जल निगम रोक लगा रहा है, मैं नहीं बता सकता।

एसके केसरी, चीफ इंजीनियर नगर निगम

हमने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि जो वर्तमान में नाला बन रहा है, उससे डिस्चार्ज पानी की क्षमता और कवर्ड एरिया का आंकलन कर लिया जाए। उसके बाद नए नाले में जोड़ा जाए।

डीपी मिश्रा, एक्सईएन जल निगम

जल निगम हुमायूंपुर चौराहे से तरंग क्रासिंग तक नाला बन रहा है। जिसकी क्षमता जितनी है, उतनी पानी बह रहा है। ऐसे में अगर इसको जोड़ दिया जाए तो लगभग आधा दर्जन एरिया में जल जमाव होने लगेगा। इसी बात को लेकर हम विरोध कर रहे हैं।

रेखा देवी वर्मा, पार्षद वार्ड 25 जनप्रिय विहार कॉलोनी

यह पूरा मामला राजनीतिक है। पहले जितना पानी इस नाले से निकलता था उतना ही पानी अब भी निकल रहा है। बेवजह नाले का विरोध कर रहे हैं। उनके पास कोई आधार नहीं है।

रंजुला रावत, पार्षद वार्ड 29 हूमायुंपुर