-मानीराम-कुदरहिया बंधे पर बनी पुलिया का फाटक रविवार की रात टूटा

-सिंचाई विभाग की लापरवाही ने बढ़ाई सैकड़ों गांवों की दिक्कत

SARHARI: मानीराम क्षेत्र के कुदरहिया बंधे के आसपास के गांवों के लोग सोमवार की सुबह उठे तो उनके होश उड़ गए। रात में नदी में पानी का दबाव बढ़ने के कारण बंधे पर बनी पुलिया का फाटक टूटा हुआ था। इससे क्षेत्र की सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। दो दिनों से रोहिन नदी में तेजी से बढ़ रहे पानी ने लोगों की नींद उड़ा दी थी। पुलिया पर पानी को रोकने के लिए सुबह से बड़ी संख्या में लोग जुट गए थे। सूचना पाकर प्रशासन के भी होश उड़ गए। एसडीएम सदर के निर्देश पर सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंची। देर शाम तक पानी को रोकने का प्रयास चल रहा था। सिंचाई विभाग के सहायक अभियन्ता मौके डंटे हुए हैं। इस बीच नदी के बढ़ते जलस्तर ने लोगों का चैन छीन लिया है।

तेजी से बढ़ रहा रोहिन का जलस्तर

24 घंटे से तेजी से बढ़ रहे रोहिन नदी के जल स्तर ने क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। नदी में पानी तेजी से बढ़ने के कारण के सैकड़ों किसानों की नींद उड़ गई है। नदी में पानी और बढ़ा तो दर्जनों गांव और सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो जाएगी। जैसे-जैसे नदी का पानी बढ़ रहा है क्षेत्र के लोग सिंचाई विभाग और प्रशासन को कोस रहे हैं। लोगों का कहना है कि विभाग की लापरवाही के कारण क्षेत्र दर्जनों गांवों के लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है।

1980 में बना था बंधा

क्षेत्र के कई दर्जन गांवों और हजारों एकड़ फसल को बचाने के लिए इस नदी पर 1980 में मानीराम से कुदरिहा तक बांध बना था। 2001 में इस बंधे के टूट जाने के कारण क्षेत्र के हजारों एकड़ फसल प्रभावित हो गई थी।

ये गांव हो रहे प्रभावित

मानीराम-कुदरहिया बंधे की पुलिया टूटने के कारण गोनरपुरा, शिवपुर, भगवानपुर, करहिया, जीतपुर, विशुनपुर, राहमतनगर, जमुनिया, मानीराम, मारवाड़ी कोठी, घोलहवा, सेमरहवा, पनेली, कुदरिहा सहित दर्जन भर गांवों की फसलों के जलमग्न होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।

वर्जन

अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर फाटक बंद करने की कोशिश में जुट गया हूं। रात तक जलबहाव पर काबू पा लिया जाएगा।

पीके सिंह, अपर अभियन्ता सिंचाई विभाग