- सोनबरसा -केवटली हेड माइनर की पुलिया टूटने से लोगों को हो रही आवागमन में दिक्कत

SONBARSA: विकास खण्ड पिपराइच के केवटली गांव को सोनबरसा बाज़ार को जोड़ने वाले मार्ग पर नहर के किनारे बनी पुलिया के टूटकर लटक जाने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। दशकों पहले सिंचाई विभाग द्वारा बनाया गया लगभग 20 मीटर लम्बा पुल वर्षो से क्षतिग्रस्त होकर लटका हुआ है। सिंचाई विभाग और प्रशासन की लापरवाही के कारण कभी भी इस पुलिया पर कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस पुलिया पर अब तक दो दर्जन से अधिक लोग गिरकर घायल हो चुके हैं।

50 वर्ष पहले हुआ था निर्माण

ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 20 मीटर पुलिया का निर्माण 50 वर्ष पूर्व नहर की खोदाई के दौरान हुआ था। सिंचाई विभाग ने इस पुलिया का निर्माण कराया था। क्षेत्र के लोगों ने सिंचाई विभाग से कई इसको ठीक कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया लेकिन विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण पुलिया जस की तस पड़ी हुई हैं।

हजारों वाहनों का आवागमन

ग्रामीणों के अनुसार उक्त पुलिया से होकर करीब हजारो व्यापारी, राहगीर प्रतिदिन गुजरते है। इसी रास्ते से बड़ी संख्या में बच्चे भी स्कूल आते-जाते हैं। अभिभावकों को लगातार डर बना रहता है कि बच्चे के साथ कोई अनहोनी ना हो जाये.फि़र भी जान हथेली पर रख लोग गुजरते है।

ओडीएफ में चयनित है गांव

जनपद गोरखपुर के विकास खंड पिपराईच के ग्राम सभा केवटली को मुख्य विकास अधिकारी डा.मन्नान अख्तर द्वारा जनपद का प्रथम स्वच्छ गांव का भी दर्जा दिया गया है.बावजूद इसके किसी भी जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण गांव का विकास परवान नही चढ़ रहा है।

शीघ्र निर्माण का दिया आदेश

सीडीओ डा। मन्नान अख्तर ने पुलिया के निर्माण के लिये सिंचाई विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया था.लेकिन जिम्मेदारों ने इसे गम्भीरता से नही लिया। जून 16 में सीडीओ ने ग्राम सभा केवटली में ओडीएफ़ चयन के दौरान गांव का पैदल भ्रमण कर निरीक्षण किया था.ग्रामीणों ने पुलिया की समस्या से उनको अवगत कराया था। डा। मन्नान अख्तर ने समस्या को गम्भीरता से लेते हुए तुरंत सिंचाई विभाग से उक्त पुलिया के बारे में जानकारी ली और इस्टिमेट तैयार कर शीघ्र निर्माण का आदेश ग्रामीणों के सामने ही दे दिया था। बावजूद इसके निर्माण कौन कहे अभी तक कोई जिम्मेदार झांकने तक नही आया।

ग्रामीणों में आक्रोश

वर्षो से पुलिया का निर्माण न होने से ग्रामीणों में आक्त्रोश है। ग्राम प्रधान दिग्विजय सहित ग्रामीण हरिओम, नारायणबंधु, राधेश्याम, हरी प्रसाद, सोमनाथ, ज्ञानदास, राधेरमण, हरिवंश, हरिहर, सोनू, राजेश, संतोष, विश्व कुमार, दीपचंद, दीपू, नरेश आदि ने कहा कि यदि जल्द ही निर्माण नहीं शुरू होता है तो इसके लिये व्यापक आंदोलन करेंगे।

बेमतलब रही सीएम से शिकायत

इस समस्या को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सत्य प्रकाश पाण्डेय ने 12 जून 2016 को जन सुनवाई पोर्टल पर मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत दर्ज कराई थी। वहाँ से मामले को 17 जून 2016 को गोरखपुर के मुख्य अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को स्थानांतरित किया गया लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

गांव से आने जाने के लिये मात्र एक रास्ता रह गया और उस पर भी निर्मित पुलिया काफी पुरानी हों गयी है.जो अब अंतिम सांस ले रहीं है उसका भी कोई भरोसा नही है वो कभी भी टूट सकती है।

दिग्विजय, ग्राम प्रधान

जल्द ही निर्माण कार्य शुरु होगा।

सत्यप्रकाश सक्सेना, मुख्य अभियन्ता लोक निर्माण विभाग