गोरखपुर (ब्यूरो)।इसके लिए गोरखपुर म्यूनिसिपल कमिश्नर गौरव सिंह सोगरवाल ने पहल शुरू कर दी है। दरअसल, नगर निगम क्षेत्र में जितना भी मलबा हैै, उन मलबे को कंस्ट्रक्शन एंड डिमॉलिशन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट में कंपोजिट कर उनसे बिक्र (ईंट) तैयार की जाएंगी। उससे इंटरलॉकिंग सड़क बनाने में इस्तेमाल होने वाले ब्रिक बनाकर उसे इस्तेमाल में लिया जा सकेगा। इसके लिए महेसरा पुल के पास 2.5 एकड़ जमीन में कंस्ट्रक्शन एंड डिमॉलिशन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण शुरू हो गया है।
इंटरलॉकिंग वाले ईंट से बनेगी सड़क
बता दें, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोंगरवाल ने सिटी के छोटे-मझोले और बड़े नालों के साफ-सफाई अभियान पर जोर देना शुरू कर दिया है। वहीं जो सार्वजनिक मलबा है, उसके डिमॉलिशन की प्लानिंगहै। साथ ही पुराने भवन के ध्वस्तीकरण से निकले मलबे को भी डिमोलिश कर नए ईंट बनाने की तैयारी है।
50 टन क्षमता वाला होगा प्लांट
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोंगरवाल ने बताया, जितने भी बिल्डिंग मैटेरियल वाले मलबे हैैं, उन्हें कलेक्ट किए जाने का काम शुरू करा दिया गया है। उन्होंने बताया, 50 टन प्रतिदिन क्षमता वाले कंस्ट्रक्शन एंड डिमॉलिशन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट में डालकर इन मलबे को स्टोर कर बिक्र बनाए जाएंगे। सार्वजनिक मलबे के कलेक्शन पर किसी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लगेगा। लेकिन कोई व्यक्ति अपने मलबे को डिमॉलिशन के लिए देना चाहता है तो उसे यूजर चार्ज यानी ट्रांसपोर्टेशन फीस देनी होगी। पब्लिक के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी बहुत जल्द जारी किया जाएगा, ताकि वह नगर निगम के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सके और उनके मलबे को महेसरा में बन रहे सीओडी में भेजा जा सके।