- बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने शासन से मांगा दूसरे मेडिकल कॉलेज का बचा हुआ बजट
- मेडिकल कॉलेज ने उपकरण के मद में मांगा करीब एक करोड़
- मार्च से पहले खराब मशीन लगाए जाने की तैयारी
GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज इन दिनों बजट के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है। पुराने उपकरण दम तोड़ चुके हैं, लेकिन खराब पड़ी मशीनों की मरम्मत कराने के लिए भी जिम्मेदारों के पास बजट नहीं है। इससे निपटने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने शासन से दूसरे मेडिकल कॉलेज के खाते में बचा करीब एक करोड़ रुपया रिलीज करने की डिमांड की है। अगर बजट मिला तो मार्च से पहले खराब एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीनों को बदला जाएगा, जिसके बाद मरीजों को राहत मिल सकेगी।
आगरा मेडिकल कॉलेज के भरोसे
शासन ने आगरा मेडिकल कॉलेज को उपकरणों की खरीद-फरोख्त के लिए बजट दिया था, लेकिन वह खर्च नहीं हुए। लिहाजा इस बजट के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज शासन से मांग कर रहा है कि अगर इस बजट को ट्रांसफर कर दिया जाए तो मेडिकल कॉलेज में खराब उपकरणों को खरीदा जा सके। जिससे पेशेंट्स का बेहतर जांच की सुविधा बहाल किया जाए, लेकिन यह तभी संभव है जब शासन इस पर गौर फरमाए। हालांकि पिछले दिनों प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के बीच मेडिकल कॉलेज प्राचार्य की मीटिंग में इस पर चर्चा की गई। मगर इसके लिए धन कब तक दिया जाएगा, इसके बारे में कोई सूचना नहीं है।
खराब एक्सरे मशीन व अल्ट्रासाउंड
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कुल पांच एक्स-रे और दो अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई हैं। वह काफी पुरानी हो चुकी हैं। हर दिन मशीन के खराब हो जाने से इसका खामियाजा पूर्वाचल के पेशेंट्स को झेलना पड़ता है। करीब तीन दिन से एक्स-रे मशीन खराब होने की वजह से जांच पूरी तरह ठप हो चुकी है। उधर जिम्मेदारों का कहना है कि वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के पास इतना धन नहीं है कि वह मशीनों की मरम्मत करा पाए।
पुराने उपकरणों को बदलने के लिए शासन से बजट की मांग की जा रही है। जैसे ही बजट मिला तो नई एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीन लगाए जाएंगे।
डॉ। राजीव मिश्रा, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज