- चिकित्सालय और विद्यालय को देंगे नया मुकाम
- नये प्राचार्य डॉ। सुनील आर्या ने संभाला कार्यभार
GORAKHPUR: डॉक्टर सुनील आर्या को बीआरडी मेडिकल कालेज का 26 वां प्रिंसिपल बनाया गया है। वेंस्डे की सुबह डॉ। केपी कुशवाहा ने उनको कार्यभार सौंपा। एनेसथिसिया डिपार्टमेंट के एचओडी रहे डॉक्टर सुनील ने कहा कि कैंपस में वर्किंग एटमासफियर देने का प्रयास करेंगे। हास्पिटल से लेकर कालेज में काम करने का पूरा माहौल रहेगा। सबका सहयोग लेकर सबको साथ लेकर चलेंगे।
फाउंडर प्रिंसिपल बनने का गौरव
एनेसथिसिया विभाग में एचओडी रहे डॉक्टर सुनील आर्या इसके पहले आजमगढ़ और अंबेडकर नगर मेडिकल कालेज का कार्यभार देख चुके हैं। वर्ष 2009-10 में अंबेडकर नगर मेडिकल कालेज के फाउंडर प्रिंसिपल रहे। इसके बाद वर्ष 2014 तक वह आजमगढ़ में प्रिंसिपल रहे। आजमगढ़ के बाद उनको स्वास्थ्य महानिदेशालय में आफिस से अटैच कर दिया गया। 31 मार्च को वह दोबारा गोरखपुर लौटे।
मेडिकल कालेज की रग-रग से वाकिफ
वर्ष 1979 से गोरखपुर में निवास करने वाले डॉक्टर सुनील, उन्नाव जिले के मूल निवासी हैं। वर्ष 1980 में उन्होंने कानपुर से एमबीबीएस किया। वर्ष 1990 में बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर में एनेसथिसिया विभाग के एचओडी बने। इस बीच 1989 में उनको भारतीय राजनीति सेवा के एकाउंट सेल में काम करने का मौका मिला। लेकिन वह लौटकर मेडिकल कालेज आ गए। वर्ष 2006 में प्रोफेसर बने। वर्ष 2009 में आजमगढ़ मेडिकल कालेज का चार्ज मिलने पर चले गए। क्रिकेट में जूनियर रणजी ट्राफी खेल चुके डॉक्टर सुनील अच्छे एथलीट भी रहे।
सुधार के क्षेत्र में आगे करते रहे रहेंगे काम
वेंस्डे को चार्ज संभालने के बाद डॉ। सुनील ने खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि गुरु जी डॉक्टर केपी कुशवाहा ने जितने काम कराए हैं। उसको बरकरार रखना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। एमसीआई की मान्यता को लेकर काम करने, मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का पूरा प्रयास करेंगे। मरीजों को सुविधाएं देने से मेडिकल कालेज का उन्नयन होगा।
मेडिकल कालेज में चिकित्सालय और विद्यालय में काम का माहौल तैयार करेंगे। मरीजों को उनके इलाज और सुविधाओं का अधिकार देने का प्रयास करेंगे।
डॉ। सुनील आर्या, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर