शासन ने ब्रांडेड कंपनियों की दवा के लिए करीब 40 करोड़ रुपए का बजट रखा है और अस्पताल की कुल दवाओं का दस फीसदी बजट ब्रांडेड दवा के लिए रखा गया है। इन दवाओं की खरीद कर जल्द ही इन्हें प्रदेश के सभी अस्पतालों में भेजा जाएगा। हालांकि  ब्रांडेड दवाओं के लिए मरीजों को अभी इंतजार करना पड़ेगा।
एलर्जी और बुखार की ब्रांडेड दवा
स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए शासन लगातार नई-नई योजनाएं लागू करने के साथ आधुनिक तकनीकि अपना रहा है। इसी क्रम में शासन ने स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के लिए अस्पताल में ब्रांडेड कंपनी की दवा देने फैसला किया है। इसके लिए फर्स्ट स्टेप में अस्पताल की कुल दवाओं का दस फीसदी बजट ब्रांडेड दवा के लिए रखा है। शासन सबसे पहले एलर्जी, ब्लडप्रेशर, डायरिया, पेट में इंफेक्शन, उल्टी, बुखार, एंटेसिड के साथ आयरन और कैल्शियम की दवा को ब्रांडेड कंपनी से खरीदेगा। इन दवाओं में अधिकांश टेबलेट और कैप्सूल है। सीएमओ डॉ। आरएन मिश्रा ने बताया कि शासन की यह योजना जल्द लागू होगी। अभी शासन लेवल पर दवाओं की खरीद की प्रक्रिया चल रही है।