- झंगहा एरिया के गहिरा, लाला टोला की घटना

- शोर सुनकर बचाव के लिए पहुंचा था प्रघुम्न

GORAKHPUR:

झंगहा एरिया के गहिरा में छेड़छाड़ का विरोध करने गए किशोर की संदिग्ध हाल में अचेत हो गया। घरवाले उसको खोराबार पीएचसी पर ले गए। डॉक्टरों ने उसे डेड घोषित कर दिया। छेड़छाड़ की सूचना पर पुलिस जांच में जुट गई। एसएसपी ने बताया कि किशोर का छेड़छाड़ की घटना से कोई लेना देना नही है। उसके बॉडी पर चोटों के कोई निशान नहीं हैं। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजह सामने आ सकेगी।

शोर सुनकर पहुंचा था प्रद्युम्न

गहिरा के लाला टोला में प्रद्युम्न की ननिहाल है। वह अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई करता था। सैटर्डे इवनिंग करीब सात बजे वह खेत की तरफ गया। गांव की दो लड़कियां भी खेत की तरफ गई। तभी मोहल्ले के रहने वाले चार युवक भी पहुंच गए। उन लोगों ने लड़कियों से छेड़खानी शुरू कर दी। लड़कियों ने उनका विरोध किया तो वे पिटाई करने लगे। शोर सुनकर प्रद्युम्न भी पहुंच गया। उसने लड़कियों के बीच बचाव की कोशिश की।

पुलिस बोली, बीमारी से गई जान

शोर शराबा सुनकर पब्लिक जमा हुई तो आरोपी युवक फरार हो गए। मौके पर अचेत हाल प्रद्युम्न मिला। लोगों ने उसको आनन फानन में पीएचसी खोराबार पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने बालक को मृत घोषित कर दिया। पब्लिक ने आरोप लगाया कि छेड़छाड़ का विरोध करने पर बालक की पिटाई हुई। सूचना पाकर झंगहा पुलिस पहुंच गई। छेड़छाड़ की पीडि़त लड़कियों ने तहरीर दी। उधर जांच के बाद एसओ संजय सिंह ने अफसरों को बताया कि प्रद्युम्न मछली पकड़ने गया था। वह लौट रहा था तभी झगड़ा शुरू हो गया। इस दौरान अचानक बीमारी उभरने से वह गिर पड़ा। हॉस्पिटल ले जाते समय उसकी जान चली गई। इसलिए लोगों ने कहा कि पिटाई से उसकी जान चली गई।

बालक की मौत बीमारी से हुई है। युवकों ने उसकी पिटाई नहीं की। बालक के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं पाए गए हैं।

रामकृष्ण भारद्वाज, एसएसपी