- रेलवे स्टेशन, मॉल तथा नर्सिग होम को बम से उड़ाने की मिली धमकी
- पुलिस व बम निरोधक दस्ते की जांच ने की सघन चेकिंग, मचा हड़कम्प
- लगातार बम की फर्जी सूचनाओं से उड़ रही पुलिस की नींद
GORAKHPUR: जिले में सिरफिरों ने एक बार फिर बुधवार को पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा दी। इस बार फिर किसी सिरफिरे ने बम का नाम लेकर हड़कम्प की स्थिति पैदा करा दी। धमकी देने वाले ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन, मॉल और नर्सिग होम उड़ाने की बात कही। धमकी के चंद मिनटों के अंदर ही तीनों इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। अलग-अलग अधिकारियों ने नेतृत्व में पुलिस और बम निरोधक दस्ते की टीमों ने पूरे इलाके की गहन छानबीन की, लेकिन किसी भी जगह पर संदिग्ध चीज न मिलने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। पुलिस अब धमकी देने वाले व्यक्ति की तलाश में लग गई है।
लैंडलाइन पर आई कॉल
पुलिस कंट्रोल रूम के लैंड लाइन नंबर पर बुधवार की सुबह करीब 11 बजे एक व्यक्ति ने फोन किया। फोन करने वाले कहा कि रेलवे स्टेशन परिसर, स्टार नर्सिग होम और सिटी मॉल में बम फिट किया जा चुका है। कुछ ही देर बाद भीषण धमाका होगा जिसमें तुम सभी लोग उड़ जाओगे। इसके बाद उसने फोन काट दिया। इसके तुरंत बाद स्टार नर्सिग होम के लैंड लाइन पर भी कॉल करके बम रखने की सूचना दी गई। नर्सिग होम कर्मचारियों ने तत्काल कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी। पहले ही सूचना मिलने के बाद पुलिस अधिकारियों ने तत्काल तीन टीम बनाकर तीनों जगहों पर रवाना कर दिया।
तीनों जगह मचा हड़कंप
रेलवे स्टेशन पर जैसे पैसेंजर्स और स्टाफ के लोगों को कुछ गड़बड़ होने का एहसास हुआ, हड़कंप मच गया। एसपी सिटी हेमराज मीणा की अगुवाई में पुलिस और बम निरोधक दस्ता सिटी मॉल पहुंचा और दुकानों, रेस्टोरेंट, सिनेमा हाल के साथ साथ पूरी पार्किंग स्थल की जांच शुरू कर दी। उधर, जीआरपी सीओ तनवीर अहमद ने भी सूचना मिलते ही फोर्स के साथ रेलवे स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया आदि जगहों पर छानबीन शुरू करा दी।
मरीजों की अटकी सांस
सीओ कोतवाली अशोक पांडेय भी फोर्स के साथ स्टार नर्सिग होम पहुंच गए और अस्पताल की सभी जगहों और सामानों की छानबीन शुरू करा दी। इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों की सांस अटक गई। पूर अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त रहा। तीनों जगहों पर अलग अलग चल रही जांच पड़ताल की निगरानी अधिकारी स्वयं कर रहे थे। करीब एक घंटे तक चली जांच पड़ताल के बाद कोई भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति न मिलने से अधिकारियों ने राहत की सांस ली। इस संबंध में सीओ कैंट अभय कुमार मिश्र ने बताया कि बम की सूचना पर सभी जगहों पर जांच पड़ताल कराई गई। सूचना गलत थी। शरारती तत्वों की खोजबीन चल रही है।
चेकिंग में बरता एहतियात
चेकिंग के दौरान अधिकारियों ने इस बात का एहतियात बरता कि लोगों को इस बात का पता न चले की इस जगह पर बम रखने की सूचना मिली है। पुलिस बल, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉयड को देखकर लोग सतर्क तो हो गए, लेकिन अपना-अपना काम करते रहे। अफसरों ने भी किसी को परेशान किए बगैर अपनी जांच पूरी की। काफी देर बाद लोगों को बात का पता चला।
इंटरनेट से थी कॉल
पुलिस अब उस शख्स की तलाश में है जिसने फोन किया था। हालांकि इस शातिर युवक ने जिन दोनों जगहों पर फोन किया था, वह दोनों नंबर लैंडलाइन फोन के थे। दोनों नंबरों पर कालर आइडी नहीं लगी थी। बाद में छानबीन से ये पता चला कि फोन करने वाले ने इंटरनेट की एक साइट पर फेक आईडी बनाकर नेट कॉलिंग फीचर का इस्तेमाल किया। अब पुलिस आईपी एड्रेस ट्रेंस कर जांच आगे बढ़ाने की तैयारी में है।
एक माह में तीसरी बार की शरारत
झूठी सूचना देकर पुलिस को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने शरारती तत्वों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। एक माह के भीतर ये तीसरी वारदात है। इसके पहले रेलवे स्टेशन पर अटैची रखकर बम की सूचना पर पुलिस परेशान हुई थी। इसके पूर्व महापौर सत्या पांडेय के घर को बम से उड़ाने की सूचना कंट्रोल रूम पर दी गई थी, हालांकि पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था। खोराबार के एक नेत्र परीक्षक को भी फोन कर बदमाशों ने शहर को बम से उड़ाने की सूचना दी थी। शरारती तत्वों ने इसके पहले रेलवे के महाप्रबंधक को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इस मामले में एक युवक को बिहार से पकड़ा गया था।
अब तक की छानबीन से पता चला है कि इंटरनेट पर फेक आइडी बनाकर कॉल किया गया था। जो किसी साइबर कैफे या पर्सनल लैपटॉप से किया गया था। फिलहाल कॉल करने वाले युवक का पता नहीं चल सका है। साइबर सेल के जरिए कॉल करने वाले को ट्रेस किया जा रहा है। जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
हेमराज मीणा, एसपी सिटी