गोरखपुर (ब्यूरो)। एग्जाम से पहले स्कूल 10वीं और 12वीं के बच्चों की कैपबिल्टी को टेस्ट के जरिए चेक कर रहे हैं। ताकि स्टूडेंट की समय रहते वह स्टूडेंट्स की कमजोर नस को पकड़ सकें और उसपर वर्क कर मजबूत बनाया जा सके।

अक्टूबर लास्ट तक पूरा हो जाएगा सिलेबस

स्कूलों की मानें तो अक्टूबर माह के लास्ट तक 10 और 12वीं का सारा सिलेबस पूरा कर लिया जाएगा। स्कूलों में 60 परसेंट से अधिक सिलेबस की पढ़ाई हो भी चुकी है। इसके साथ-साथ स्कूल अब एक-एक बच्चे की कैपबिल्टी जज करने में भी जुट गया है।

हार्ड क्वेश्चन सॉल्व करने में फंस रहे स्टूडेंट

कुछ स्कूलों का कहना है कि बोर्ड एग्जाम में बैठने वाले स्टूडेंट के लिए उन्होंने तीन तरह का क्वेश्चन पेपर तैयार किया है। एक में आसान, दूसरे में जनरल यानी थोड़े हार्ड और तीसरा पेपर हार्ड क्वेश्चन वाला है। तीनों तरह के पेपर से एग्जाम लेकर ये देखने को मिला कि हार्ड क्वेश्चन सॉल्व करने में स्टूडेंट फंस रहे हैं।

कमजोर बच्चों पर भी स्कूल लगा रहे एफर्ट

इसी तरह कुछ और स्कूलों की मानें तो उन्होंने बोर्ड एग्जाम में बैठने वाले बच्चों को तीन ग्रुप में बांट लिया है। इसमे पहला सेल्फ मोटिवेट, दूसरा फोस्र्ड मोटिवेट और तीसरे ग्रुप में कमजोर बच्चे हैं, जिनपर स्कूल पूरा एफर्ट लगाएगा। जिससे उनकी स्कूल की साख भी नहीं गिरे और स्टूडेंट अच्छे नंबरों से पास भी हो जाए।

स्कूलों ने ये स्टेप भी उठाया

- बोर्ड एग्जाम देने वाले बच्चों का फैमिली का क्या इनवायरमेंट है, उनको बुलाकर काउंसिलिंग कराएंगे

- बच्चा अगर कुछ नहीं समझ रहा है तो स्कूल पता करेंगे कि वह कहीं गलत कार्य में तो लिप्त नहीं है

- पैरेंट्स टीचर्स मीटिंग में बच्चों के नंबर शेयर करेंगे

- पैरेंट्स से भी स्कूल अच्छा इनवायरमेंट देने के लिए सहयोग मांगेगे

- स्कूल मेें बच्चों की काउंसिलिंग कराकर उनका मार्गदर्शन करेंगे

सीबीएसई स्कूल- 126

आईसीएससीई स्कूल- 25

बोर्ड एग्जाम से पहले स्टूडेंट की कैपबिल्टी जज की जा रही है। सभी स्टूडेंट अच्छे माक्र्स पाएं, इसपर टीचर्स काम कर रहे हैं।

रीमा श्रीवास्तव, डाएरेक्टर, स्प्रिंगर लोरेटो

स्कूल में बोर्ड एग्जाम में बैठने वाले स्टूडेंट का तीन ग्रुप बनाया गया है। उसी हिसाब से टीचर उन स्टूडेंट पर वर्क कर रहे हैं।

ई। संजीव कुमार, डाएरेक्टर, एकेडमिक ग्लोबल स्कूल

अक्टूबर लास्ट तक सिलेबस खत्म कर लिए जाएंगे। टीचर्स बोर्ड एग्जाम देने वाले स्टूडेंट की कमजोरी ढुंढ कर उसपर वर्क कर रहे हैं।

सुदर्शन चौधरी, सेंट पॉल स्कूल

बच्चे बोर्ड एग्जाम की तैयारी में लग गए हैं। उनके लिए हर समय टीचर्स अवेलबल हैं। कोई भी प्रॉब्लम होने पर स्टूडेंट फोन से भी मदद ले रहे हैं।

अराधना शाही, प्रिंसिपल, आरपीएम एकेडमी