गोरखपुर (ब्यूरो)। श्रावण मास के पहले दिन रात्रि तीन बजे से ही हाथों में जल की लुटिया और पूजन की थाल लिए श्रद्धालु शिवालयों पर पहुंचे। देखते ही देखते श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गई। पुजारियों ने पूजन-अर्चन के बाद सुबह चार बजे शिवालयों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए। इसके बाद श्रद्धालुओं ने मंत्रोच्चार के बीच पहले महादेव का जलाभिषेक किया। इसके बाद भांग, धतूरा, बेलपत्र, श्वेत मदार के पुष्प, गन्ना आदि चढ़ाकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर मंगलकामना की।
महादेव झारखंडी में पहुंचे 50 हजार श्रद्धालु
कूड़ाघाट स्थित महादेव झारखंडी में सुबह मंदिर के पुजारी के पूजन-अर्चन के बाद मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। यहां देखते ही देखते श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गई। मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष शिवपूजन तिवारी ने बताया कि श्रावण मास के पहले दिन महादेव झारखंडी में करीब 40 से 50 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया। यही हाल राजघाट स्थित मुक्तेश्वरनाथ शिव मंदिर का रहा। मंदिर के पुरानी रामनाथ ने बताया कि यहां करीब 30 से 40 हजार श्रद्धाुलओं ने बाबा का जलाभिषेक किया। अंधियारीबाग स्थित मानसरोवर शिव मंदिर में भी हजारों की संख्या में भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया।