- दामाद से चल रहा था प्रॉपर्टी का विवाद
- डायग्नोस्टिक सेंटर में लगवा रही थीं मेंहदी
GORAKHPUR: भाजपा महिला प्रदेश कार्यसमिति की मेंबर, मिर्च मसाला रेस्टोरेंट की मालकिन कविता गुप्ता की बदमाशों ने हत्या कर दी। वारदात उनके कांप्लेक्स स्थित लाइफ लाइन डायग्नोस्टिक सेंटर के आफिस में रिसेप्शन पर हुई। सैटर्डे इवनिंग करीब चार बजे बदमाशों ने करीब से कविता को गोली मारी। माथे और पेट पर गोली लगने से महिला की मौके पर मौत हो गई। गोली चलने पर डायग्नोस्टिक सेंटर्स के कर्मचारी भाग खड़े हुए। घटना की सूचना पर जमा भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। महिला नेता की हत्या के लिए लोगों ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। कांप्लेक्स में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने के लिए एसएसपी ने पूरा सिस्टम कब्जे में ले लिया। उधर चर्चा है कि आरोपी ने असलहों के साथ सरेंडर कर दिया लेकिन अफसरों ने इसकी पुष्टि नहीं की।
खिचड़ी खाकर मेंहदी लगवाने गई कविता
कोतवाली एरिया में घोष कंपनी चौराहे के पास गली में मिर्च मसाला रेस्टारेंट है। रेस्टारेंट के पिछले हिस्से में फेमस बिजनेसमैन स्व। दुर्गेश कुमार उर्फ मुन्ना की पत्नी कविता, उनका क्ब् साल का बेटा यश कुमार रहते थे। रेस्टोरेंट से सौ कदम की दूरी पर कविता का कॉम्पलेक्स है। काम्पलेक्स में पटना निवासी रुपल का कमला हाईटेक हॉस्पिटल और लाइफ लाइन डायग्नोस्टिक सेंटर है। कॉम्पलेक्स के फर्स्ट फ्लोर में कविता की बेटी लकी उर्फ अमृता अपने पति शेरू उर्फ सैयद कमर खुशनर के साथ रहती है। शेरू ने कविता से लव मैरिज किया था। इस वजह से मां से अलग बेटी अपने पति के साथ रहने लगी। सैटर्डे इवनिंग करीब पौने चार बजे रेस्टारेंट में खिचड़ी खाकर कविता डायग्नोस्टिक सेंटर में गई। रेस्टोरेंट के मैनेजर आलोक ने बताया कि मैडम मेंहदी लगवाने की बात कह कर गई थी। वहां रिसेप्शनिस्ट स्तुति श्रीवास्तव उनको मेंहदी लगाने की तैयारी कर रही थी। तभी एक पेशेंट की जांच रिपोर्ट लेने के लिए स्तुति लैब में शालिनी के पास चली गई। तभी अचानक गोली चलने से भगदड़ मच गई। रिसेप्शन रूम में बैठी कविता को बदमाशों ने सिर और पेट में गोली मार दी थी।
दामाद से प्रॉपर्टी का विवाद, क्7 बार मांगी थी सुरक्षा
घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस पहुंच गई। मौके पर पास पड़ोस के लोगों का जमावड़ा हो गया। लोगों ने कहा कि दामाद से प्रॉपर्टी के विवाद में कविता की हत्या हुई। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि तीन लोग अचानक दाखिल हुए। गोली चलाने के बाद वे असलहे लहराते हुए फरार हो गए। उनको जाते हुए लोगों ने देखा, लेकिन किसी ने पुलिस को यह नहीं बताया। मौके से पुलिस ने क्ख् बोर और नाइन एमएम की पिस्टल का खोखा बरामद किया। डेड बॉडी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया, लेकिन मृतका के बेटे को ख्0 लाख रुपए की मदद देने, उनके बेटे को पुलिस की सुरक्षा देने को लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही से महिला की हत्या हुई। प्रापर्टी के विवाद में हत्या की आशंका जताते हुए महिला ने सुरक्षा मांगी थी। क्7 बार पुलिस को एप्लीकेशन देकर कार्रवाई की मांग की। एडीजी ला एंड आर्डर मुकुल गोयल को भी अपनी पीड़ा बताई थी। लेकिन शेरू के प्रभाव के आगे कोतवाली पुलिस कविता को सुरक्षा नहीं दे सकी। अपनी सुरक्षा के लिए कविता ने बाद में बीजेपी ज्वाइन कर लिया।
कांप्लेक्स पर रोजाना तीन चार बार जाती थीं कविता
कविता की बेटी लकी उर्फ अमृता बैंक रोड स्थित एक इंटर कालेज की स्टूडेंट थी। क्ख्वीं में पढ़ने के दौरान उसके पीछे मोहल्ले का शेरू पड़ गया। दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ने पर मोहल्ले के लोगों को जानकारी हुई। घर से भागकर दोनों ने ख्00ख् में शादी कर ली। बेटी की हरकतों से पूरी फैमिली तंग थी। क्7 मार्च ख्00म् में संदिग्ध हाल में दुर्गेश कुमार उर्फ मुन्ना को गोली लग गई। काफी दिनों तक उपचार चलने के बाद करीब डेढ़ साल पूर्व उनकी मौत हो गई। इस वजह से बेटी, दामाद से कविता अलग हो गई, लेकिन दबंगई दिखाते हुए शेरू ने कांप्लेक्स पर कब्जा जमा लिया। 80 हजार प्रतिमाह किराये को लेकर झगड़ा चलता रहा। रेस्टारेंट सहित करोड़ों की प्रापर्टी को कब्जा करने के लिए शेरू कोशिश में लगा रहा। इसलिए कविता रोजाना काम्पलेक्स में तीन से चार बार जाती थीं। वहां काम करने वाली महिला कर्मचारियों से उनकी खूब बनती थीं।
जीजा ने मेरी मां को मारा, अब मुझे भी मार डालेगा
कविता के मर्डर की सूचना पर उनकी बहनें, रिश्तेदार और करीबी लोग जमा हो गए। कविता के बेटे छठवीं के स्टूडेंट यश को एसपी सिटी ने बुलवाया। मां की मौत पर बिलख रहे बेटे ने एसपी सिटी के हाथ जोड़ लिए। उसके चेहरे पर गम के साथ गुस्सा भी नजर आ रहा था। उसने कहा कि शेरू मेरा जीजा है। उसने मेरी मां को मार डाला। इसलिए मुझे सुरक्षा दी जाए। वरना वह मुझको भी मार डालेगा। एसपी सिटी सतेंद्र कुमार उनको ढाढंस बंधाते हुए आरोपियों को अरेस्ट करने का आश्वासन दिया। यश ने बताया कि उसके जीजा ने करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर दिया। व्हीकल पर कब्जा कर लिया। वह अब पूरी प्रापर्टी लेना चाहता है। शिकायत करने पर पुलिस शेरू की बात सुनती थी, लेकिन उसकी मां को कोई सुरक्षा नहीं दी गई।
तो प्रॉपर्टी के लिए शेरू ने लकी को अपनाया
कविता के मर्डर से पूरे शहर में सनसनी फैल गई। तीन भाईयों में बड़े कविता के पति दुर्गेश का अच्छा कारोबार था। लेकिन बेटी की हरकतों से वे टूट गए। गोली लगने से घायल होने के बाद शेरू ने फैमिली को गुडफेथ में लेने की कोशिश की। इसलिए बीच में कविता ने शेरू को मिर्च मसाला और गोलघर में जलकल बिल्डिंग में शॉप की देखभाल सौंप दी। लेकिन उसकी नीयत में खोट की वजह से मिर्च मसाला को सिर्फ पार्टी लॉन बना दिया गया। गोलघर में दुकान बंद कर दी। नौ बहनों में सबसे बड़ी कविता खतरे को भांपकर काफी परेशान रहती थीं। लोगों में यह चर्चा रही कि करोड़ों की प्रापर्टी हड़पने के चक्कर में शेरू ने कविता की बेटी पर जाल फेंका। शादी के बाद शेरू के घरवालों ने उससे नाता तोड़ा तो वह कविता के घर में घुसने के उपाय करने लगा।