- स्टूडेंट्स में सिर चढ़ कर बोल रहा बाइकॉथन का क्रेज
- बाइकॉथन से पहले शुरू की प्रैक्टिस, दिख रहा जोश
GORAKHPUR : अरे यार, तुमने आई नेक्स्ट बाइकॉथन सीजन-म् के लिए फॉर्म भरा क्या? मैं तो कई दिनों से इसका इंतजार कर रहा था, इसलिए मैंने सबसे पहले फॉर्म फिल कर दिया। सिटी के स्कूल्स और कोचिंग सेंटर्स में स्टूडेंट्स के बीच कुछ इसी तरह की गॉसिप हो रही है। साइकिलिंग का जादू सिर्फ स्टूडेंट्स ही नहीं, बल्कि सिटी के यूथ पर भी सिर चढ़ कर बोल रहा है।
गु्रप में हो रही है प्रैक्टिस
स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज प्रजेंट्स आई नेक्स्ट बाइकॉथन सीजन-म् में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स और यूथ ने साइकिलिंग की ग्रुप प्रैक्टिस शुरू कर दी है। सिटी के कई स्कूल्स में स्टूडेंट्स अब स्कूल बस या प्राइवेट व्हीकल छोड़ साइकिल से ही स्कूल आ रहे हैं। यही नहीं, क्लासेज में भी चर्चा सिर्फ बाइकॉथन की ही हो रही है। यूथ का ग्रुप भी मार्निग में तारामंडल एरिया में साइकिलिंग की प्रैक्टिस कर रहे हैं।
प्राइवेट और अन्य व्हीकल्स से आने वाले स्टूडेंट्स आजकल साइकिल से आ रहे हैं। बाइकॉथन को लेकर उनके बीच गजब का क्रेज देखने को मिल रहा है।
अपनीत गुप्ता, प्रिंसिपल, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज
आई नेक्स्ट बाइकॉथन के पहले सीजन से ही हमारा स्कूल जुड़ा हुआ है। इसे लेकर बच्चों में जबरदस्त क्रेज है। बच्चों के साथ-साथ हमारा स्टॉफ भी बाइकॉथन के प्रोग्राम में हिस्सा लेता है। इस बार बच्चे स्टेज पर परफॉर्म भी करेंगे।
शिप्रा श्रीवास्तव, डायरेक्टर, स्प्रिंगर पब्लिक स्कूल
बाइकॉथन को लेकर बच्चों में दोगुना उत्साह है। हजारों बच्चों के साथ साइकिलिंग करने का मौका साल में केवल एक बार आता है। हमारे स्कूल के बच्चों ने पिछले साल बाइकॉथन में हिस्सा लिया था।
राजीव सिंह, वाइस प्रिंसिपल, एनएस एकेडमी
सीए की लाइफ बहुत हेक्टिक होती है, इसके बावजूद हम बाइकॉथन के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। ऑटो और अन्य साधन से आने वाले स्टूडेंट्स भी साइकिल से आ रहे हैं। स्टूडेंट्स के साथ-साथ हमारे पूरे स्टॉफ में बाइकॉथन को लेकर क्रेज हैं।
मोहित अग्रवाल, सीए