-नगर निगम सीमा के अंदर 5000 हजार वर्गफीट घर पर नया नियम लागू
-नए शासनादेश को लागू कराने में नगर निगम ने शुरू की तैयारी
GORAKHPUR: स्मार्ट सिटी के दौड़ में काफी पिछड़ने के बाद अब नगर निगम की निंद टूट गई है। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए निगम ने कवायद तेज कर दी है। इसके तहत निगम ने पांच हजार वर्गफीट क्षेत्रफल से बड़े घरवालों के लिए नया फरमान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जिसका इससे बड़ा घर है वो अपने घर के कूड़ा का निस्तारण खुद करे। सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत यह फरमान जारी किया गया है।
11 हजार नाेटिस तैयार
नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि स्मार्ट सिटी में शामिल होने को लेकर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए कड़ी गाइडलाइन आई है। इसके तहत सर्वे किया जा रहा है। उम्मीद है कि लगभग इस कटेगरी में शहर के करीब 11 हजार घर आने वाले हैं। नोटिस का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। इस माह के अंत तक नोटिस दे दिया जाएगा। अभी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
601 मीट्रिक टन डेली निकलता है कूड़ा
नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो शहर में डेली 601 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। इसमें लगभग 500 मीट्रिक टन कूड़ा का निस्तारण डेली होता है, जबकि 100 मीट्रिक टन कूड़ा सड़क पर पड़ा रहता है। अफसर का कहना है कि डेली सुबह छह बजे से आठ बजे तक सफाई होती है और कूड़ा उठाया जाता है। कुछ एरिया में पब्लिक घर से कूड़ा नौ बजे के बाद निकालती है, इस कारण सौ मीट्रिक टन कचरा पड़ा रहता है।
पिछली बार चूक गया था गोरखपुर
केंद्र सरकार की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी योजना 100 स्मार्ट सिटी को बनाने की है। इसमें अंतिम 13 शहरों में गोरखपुर भी शामिल हुआ था, लेकिन अंतिम समय शहर में कूड़ा निस्तारण और स्वच्छता में पिछड़ जाने के कारण बाहर हो गया था। इस बार फिर नए 100 शहर के चयन के लिए केंद्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
अपने कचरा से बना सकते हैं खाद
नगर निगम के मुख्य सफाई निरीक्षण पीएन गुप्ता का कहना है कि घर में भी लोग कूड़ा प्रबंधन का उपाय कर सकते हैं। इससे मकान मालिक को भी फायदा होगा। कूड़ा से कोई भी खाद बना सकता है। अगर किसी के घर में डेली 10 किग्रा कूड़ा निकलता है तो वह माह के अंत में एक किग्रा खाद बना सकता है, जिसे वह अपने बगीचे में उपयोग कर सकता है। मकान में दो कूड़ेदान रखें, एक ठोस अपशिष्ठ कूड़ा के लिए और दूसरा द्रव्य अपशिष्ठ के लिए।
सफाई के संसाधन
सफाईकर्मी- 2300
डीसीएम- 35
ट्राली - 108
ठेला - 1500
कूड़ा पड़ाव केंद्र- 42
जेसीबी - 25
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट महेसरा में जमीन प्रस्तावित