गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में एम्स, एयरपोर्ट और मेट्रो में नौकरी दिलवाने के नाम पर आए दिन ठगी होती है। बहुत से लोग विदेश भेजने के नाम पर भी ठगे जा रहे हैं। नौकरी की चाहत में लाखोंं रुपए गंवाने के बाद जॉब का ख्वाब तो टूट ही रहा है, साथ ही कोर्ट कचहरी के चक्कर भी लगाने पड़ रहे हैं।

एम्स में नौकरी के नाम पर नौ लाख रुपए हड़पे

एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखनाथ क्षेत्र के दो जालसाजों ने पीपीगंज क्षेत्र के नौ लोगों से 9 लाख रुपए हड़प लिए। पीडि़त ने बताया कि उनकी मुलाकात गोरखनाथ जगेशर पासी चौराहा के अरङ्क्षवद पासवान और आदित्यनगर नथमलपुर के दिनेश चक्रवर्ती से हुई। दोनों ने बताया कि एम्स में बंपर भर्ती निकली है। नौकरी के लिए एक लाख रुपए लगेंगे और कोई हो तो उसे भी लेकर आएं। इसके बाद वह उमेन्द्र कुमार, संजय यादव, दिनेश कुमार समेत नौ लोगों से एक-एक लाख रुपए ले लिए। जिनकी नौकरी आज तक नहीं लगी।

यूरोप में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी

पिपराइच एरिया में 23 लोगों को यूरोप में जॉब दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि पिपराइच में रिक्रूमेंट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी खोली गई थी। संचालक ने यूरोप में नौकरी दिलाने के नाम पर 23 लोगों से 30-30 हजार रुपए ले लिए। इसके बदले फर्जी नियुक्ति प्रमाणपत्र और वीजा देकर भेज दिया। वहां जाकर सभी लोग बैरंग वापस लौट आए। पीडि़तों के कुल 6.90 लाख रुपए संचालक ने हड़प लिए। पीडि़तों की शिकायत पर संचालक पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज हुआ है।

फर्जी कॉल सेंटर में जॉब कर रहे थे युवा

गोरखपुर पुलिस ने 18 अगस्त को कैंट एरिया के बेतियाहाता में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया। यहां पर बीटेक, बीकॉम कर चुके युवाओं को जॉब दी गई थी। इनके कंधे पर बंदुक रखकर जालसाज लंदन में ठगी का खेल कर रहे थे। बिहार के अंगुठा छाप ठगों ने गोरखपुर के बेतियाहाता में ऑफिस खोलकर ठगी का धंधा चमका रहे थे। जबकि गोरखपुर के पढ़े लिखे युवा को इसकी जरा भी भनक नहीं थी।

ऐसे जगहों पर ना फंसे

- सड़क पर लगे इश्तेहार पर भरोसा न करें

- मोबाइल पर नौकरी के लिए ढेरों एड आ रहे हैं, इसे इग्नोर करें

- कोई भी पैसा लेकर नौकरी दिलाने की बात करे, ऐसे लोगों के जाल में ना फंसे

- एम्स, एयरपोर्ट की वेबसाइट पर सारा डिटेल होता है, उसे चेक करें

- अंजान कॉलर से बात कर उसके जाल में ना फंसे

कोई भी नौकरी बिना एग्जाम के नहीं मिलती है। लोगों को खुद भी अवेयर होना होगा। ऐसे मामलों में जालसाजों पर कड़ी कार्रवाई की जाती है। पब्लिक को ऐसे लोगों के झांसे में आने की जरूरत नहीं है।

- कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी