- बेलीपार एरिया के बेला का मामला
- पुलिस रिकॉर्ड में पति का बेटा बन गई महिला
GORAKHPUR: बेलीपार में तैनात कांस्टेबल की कारस्तानी से महकमे की किरकिरी हो गई। सिपाही की बीट सूचना पर सपा से जुड़ी महिला नेता को पुलिस ने गुंडा एक्ट में पाबंद कर दिया। हद तो तब हो गई जब पुलिस रिकॉर्ड में महिला को उनके पति का बेटा बना दिया। नोटिस मिलने के बाद महिला को मामले की जानकारी हुई। कांस्टेबल की कारगुजारी पर अफसर परदा डालने में लगे हैं। एसएसपी प्रदीप कुमार ने मामले की विभागीय जांच का निर्देश दिया है।
रुपए के लेनदेन में पड़ोसी से चल रहा विवाद
बेलीपार एरिया के बेला निवासी सीमेंट कारोबारी दीनानाथ सिंह की पत्नी अंबिका सिंह सपा से जुड़ी हैं। आंगनबाड़ी में सुपरवाइजर अंबिका ने पड़ोस में रहने वाले भोला को 80 हजार रुपए दिए। भोला सिंह एक चिट फंड कंपनी में एजेंट है। उसने अंबिका के रुपए जमा करा दिए। फरवरी 2014 में मैच्युरिटी होने पर महिला ने रुपए देने को कहा। इसको लेकर भोला सिंह से विवाद हो गया। आरोप है कि 21 अक्टूबर को दरवाजे पर चढ़कर भोला ने मारपीट की। बेलीपार पुलिस ने भोला और विजय सिंह सहित अन्य के खिलाफ मारपीट, जानमाल की धमकी का मुकदमा दर्ज किया। उधर भोला की तहरीर पर अंबिका सिंह, उनके 75 साल के पिता लल्लन सिंह, पति दीनानाथ और भतीजे मंजेश सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया।
पत्नी को बनाया बेटा, बुजुर्ग को बनाया गुंडा
दोनों तरफ से दर्ज मुकदमे में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दिया। 21 मई को अंबिका सिंह को नोटिस मिली। डीएम कोर्ट से जारी नोटिस में बताया कि अंबिका सिंह, उनके पिता लल्लन सिंह, पति दीनानाथ सिंह और भतीजे के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है। इसके बाद बेलीपार पुलिस की पोल खुली। बीट सिपाही राजेश चौहान की तरफ से सूचना दर्ज कराई गई थी। एसओ ने आंख मूंदकर रिपोर्ट को फारवर्ड कर दिया। पुलिस रिकार्ड में महिला अंबिका सिंह को उनके पति दीनानाथ सिंह का बेटा बना दिया। अंबिका के साथ-साथ उनके पिता रिटायर हेडमास्टर लल्लन सिंह को गुंडा एक्ट में पाबंद कर दिया। वर्ष 2003 में रिटायर हो चुके सीनियर सिटीजन लल्लन सिंह पर कार्रवाई की गई। महिला ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से डीएम रंजन कुमार को प्रार्थना पत्र देकर दोषी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की।
महिला और उनके पिता के खिलाफ हुई कार्रवाई खारिज होगी। मामले की विभागीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। गलत रिपोर्ट देने के जिम्मेदार पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदीप कुमार, एसएसपी