- डीडीयूजीयू के अमृत कला वीथिका में पूल काउंसिलिंग के दौरान उमड़ी कैंडिडेट्स की भीड़

GORAKHPUR डीडीयूजीयू के अमृत कला विभाग में चल रही पूल काउंसिलिंग के दौरान बीएड कैंडिडेट्स ने काउंसिलिंग प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। बीएड पूल काउंसिलिंग में सम्मिलित होने आए कैंडिडेट आदित्य कुमार गुप्ता ने बताया बीएड काउंसिलिंग में उन्हें भाग नहीं लेने दिया जा रहा है। जबकि हाईकोर्ट के आदेश पर डीवीएनपीजी कॉलेज को 50 सीटें मिल गई हैं।

5 जुलाई को बीएड काउंसिलिंग में लिया था भाग

अगर यह कॉलेज काउंसिलिंग के दौरान च्वाइस में इंटरनेट पर शो करता तो इसे एलॉट करते, लेकिन मामला हाईकोर्ट में होने के चलते इससे वंचित रहे। लेकिन जब हाईकोर्ट का फैसला कॉलेज के फेवर में आ गया तो फिर पूल काउंसिलिंग में अच्छे रैंक प्राप्त किए कैंडिडेट्स को क्यों नहीं शामिल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक न होने से वह बीएड की पढ़ाई नहीं कर सकेंगे। अगर यहां कॉलेज एलॉट करने का मौका मिलता तो उन्हें काफी राहत मिलती। कमोबेश जिशान और राहुल दुबे ने भी यहीं बात कही। जिशान और राहुल की माने तो उन्होंने बीएड काउंसिलिंग में 5 जुलाई को भाग लिया था। उनकी अच्छी रैंक होने के चलते उनके ऐडेड कॉलेज भी मिल गए थे। लेकिन लोकल ऐडेड कॉलेज से वह वंचित हो गए।

ये तो होना ही था

डीडीयूजीयू कार्यपरिषद में डीवीएनपीजी कॉलेज की बीएड सीट शून्य करके मामले को पूरी तरह से उलझा दिया। जिसका खामियाजा आज बीएड स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। अगर डीवीएनपीजी कॉलेज के मानकों को पहले ही यूनिवर्सिटी प्रशासन जांच परख लिया होता तो बीएड काउंसिलिंग के दौरान अच्छे रैंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को इसका लाभ मिल गया होता।

325 कैंडिडेंट्स ने कराया रजिस्ट्रेशन

लखनऊ यूनिवर्सिटी की तरफ से आर्गेनाइज राज्यस्तरीय संयुक्त बीएड प्रवेश काउंसिलिंग की पूल काउंसिलिंग ट्यूज्डे से शुरू की गई। डीडीयूजीयू के ललित कला वीथिका में आयोजित काउंसिलिंग में कुल 325 कैंडिडेट्स ने बीएड में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराए। बीएड काउंसिलिंग के समन्वयक प्रो। जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि 8 जुलाई को सामान्य रैंक 75001 से अंत तक के कैंडिडेट्स को पूल काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था।