- लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित संयुक्त बीएड काउंसलिंग की फ्राइडे से हुई शुरूआत
- डीडीयूजीयू के अमृत कला विथिका सेंटर पर दोपहर 2.30 बजे से शुरू हुआ काउंसलिंग प्रोसेस
- पहले दिन के काउंसलिंग प्रोसेस में 270 कैंडिडेट्स में 199 कैंडिड्टेस को उनकी पसंद का कालेज होगा एलॉट
GORAKHPUR: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के अमृत कला विथिका में बीएड काउंसलिंग शुरू होने से पहले ही एबीवीपी पदाधिकारियों ने काउंसलिंग के विरोध में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध-प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी पदाधिकारियों की मांग थी कि हाल ही में यूनिवर्सिटी कार्यपरिषद द्वारा 9 बीएड कॉलेज के सीटों को शून्य किए जाने का फैसला बदला जाए। पूर्व की भांति इन ऐडेड कॉलेजों की सीटों को रखा जाए। एबीवीपी पदाधिकारियों की तरफ से किए गए धरना-प्रदर्शन के चलते दोपहर 2.30 बजे तक एक भी कैंडिड्टेस काउंसलिंग में भाग नहीं ले सका। मौके पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद काउंसलिंग प्रोसेस शुरू हो सका।
2.30 बजे तक रोके रखी बीएड काउंसलिंग
काउंसलिंग प्रोसेस दोपहर 2.30 बजे से शुरू हो सका। दरअसल, हाल ही में डीडीयूजीयू कार्यपरिषद की बैठक में एनसीटीई मानक के अनुसार, 9 ऐडेड कॉलेजों के बीएड सीट को शून्य कर दिया गया। वहीं यूनिवर्सिटी की 120 बीएड सीट को घटाकर सीधे 50 कर दिया। वह भी इसलिए क्योंकि इन जगहों पर एनसीटीई मानकों के अनुसार टीचर्स नहीं है। इसी मामले को तूल देते हुए एबीवीपी पदाधिकारी पहले फेज के काउंसलिंग प्रोसेस में दोपहर तक रोड़ा बने रहे।
पुलिस आई तो शुरू हुई काउंसलिंग
काउंसलिंग प्रोसेस शुरू न होने से जहां काउंसलिंग के लिए आए कैंडिडेट्स को काफी दिक्कतें हुईं। वहीं पैरेंट्स को भीे परेशानी उठानी पड़ी। सीओ कैंट अतुल सोनकर ने जब एबीवीपी पदाधिकारियों को मामले को पूरी तरह से अवगत कराया तब जाकर पदाधिकारी शांत हुए और वापस लौट गए। इसके बाद काउंसलिंग प्रोसेस शुरू हुआ। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी सेंटर के को-आर्डिनेटर डॉ। जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि 270 कैंडिडेट्स की काउंसलिंग होनी थी। इनमें से 199 कैंडिडेट्स ने रिपोर्ट किया है। जिनके डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन किए गए। उन्होंने बताया कि 6 जून को 412 कैंडिडेट्स को बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि 5-6 को जिन कैंडिडेट्स ने काउंसलिंग प्रोसेस को फूल फील किया है। उनके हर हाल में 8 जून की शाम तक कॉलेज एलाटमेंट हो जाएंगे। इसके लिए कैंडिड्टेस के मोबाइल पर मैसेज भेजे जाएंगे।
क्या कहना है वीसी का
डीडीयूजीयू वीसी प्रो। अशोक कुमार ने बताया कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) के मानक के अनुसार 50 स्टूडेंट्स पर प्रिंसिपल समेत 8 फुल टाइम टीचर्स की नियुक्ति होनी चाहिए, लेकिन जिन कॉलेजों की सीटें शून्य की गई हैं। वहां टीचर्स की संख्या इससे कम है। कॉलेजों को एनसीटीई के मानक को पूरा करने के लिए नोटिस दिया गया था। फरवरी में कॉलेजों को मानक पूरा करने के लिए शपथ पत्र देना था, लेकिन एक भी कॉलेज ने शपथ पत्र नहीं दिया। इस बारे में एनसीटीई की ओर से भी कोई लेटर नहीं आया। जहां तक अक्टूबर 2016 तक समय देने की बात है। तो इन कॉलेजों को अगर मौका दिया जाता है तो एक जुलाई से सत्र कैसे प्रारंभ होगा। वीसी ने बताया कि हाईकोर्ट का निर्देश है कि संबद्धता के पहले नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। इसी तरह स्ववित्त पोषित कॉलेजों ने भी एनसीटीई के मानक के अनुसार टीचर्स की नियुक्ति नहीं की है। लिहाजा उनके यहां सीटें घटाई गई हैं।
इन कॉॅलेजेज की बीएड सीटें हुईं जीरो
- स्वामी देवानंद पीजी कॉलेज मठलार, देवरिया
- हीरालाल रामनिवास पीजी कॉलेज, खलीलाबाद, संतकबीरनगर
- डीवीएनपीजी कॉलेज, गोरखपुर
- जवाहर लाल नेहरू पीजी कॉलेज, महाराजगंज
- बुद्ध स्नातकोत्तर पीजी कॉलेज, कुशीनगर
- एमएमएम पीजी कॉलेज, भाटपाररानी, देवरिया
- शिवपति पीजी कॉलेज, भाटपाररानी, देवरिया
- शिवपति पीजी कॉलेज, शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर
- बीआरडी पीजी कॉलेज, देवरिया
- किसान प्रशिक्षण महाविद्यालय, सिविल लाइंस, बस्ती
- रतनसेन महाविद्यालय, बांसी, सिद्धार्थनगर
यूनिवर्सिटी कार्यपरिषद ने आनन-फानन में ऐडेड कॉलेजेज की बीएड सीटों को शून्य कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। कम से कम इसकी पहले सूचना देनी चाहिए थी। इस मामले में महामहिम को हमने सूचित कर दिया है।
डॉ। शेर बहादुर सिंह, प्रिंसिपल, डीवीएनपीजी कालेज
कुछ इस तरह से है बीएड के फीस स्ट्रक्चर
- यूनिवर्सिटी की फीस - 5,000
- वर्तमान बीएड की एडेड कॉलेज की फीस - 81,000
- लास्ट इयर बीएड की एडेड कॉलेज की फीस- 51,250
- यूनिवर्सिटी की लास्ट इयर फीस - 5,000
- डीडीयूजीयू से संबंद्ध ऐडेड बीएड कॉलेज - 10