- बड़गो एरिया में पूरे साल लो वोल्टेज की बनी रहती है प्रॉब्लम
- यहां लगे 80 प्रतिशत ट्रांसफॉर्मर और तार भी हो चुके हैं ओवरलोड
- लगभग 25 साल पहले यहां बिजली सप्लाई के सुधार का हुआ था काम
GORAKHPUR: बड़गो में कहने को तो बिजली मिलती है, लेकिन इसकी हकीकत कोई मोहल्ले वासियों से ही पूछे। लोग बस इस इंतजार में रहते हैं कि उन्हें कब सही बिजली मिले और हम घर में मौजूद उपकरण का इस्तेमाल कर सकें। लो वोल्टेज से त्रस्त बड़गो के नागरिकों को शहर के अन्य हिस्से से अधिक बिजली कटौती का भी सामना करना पड़ता है। एरिया के 80 प्रतिशत ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडेड हैं, जिनके कारण बड़गो को लोकल फॉल्ट, एक्स्ट्रा बिजली कटौती और लो वोल्टेज से आए दिन जूझना पड़ता है।
अभी तक नहीं हो पाई सफाई
बारिश के बाद तारों और ट्रांसफॉर्मर्स की सफाई करने का रूल है। मौसम बदले काफी वक्त बीत चुका है, लेकिन बड़गो एरिया में अभी तक न तो तारों की और न ही ट्रांसफॉर्मर की ही सफाई हो सकी। शक्ति नगर के रहने वाले राजेश यादव ने बताया कि दिवाली के दौरान रुस्तमपुर सब स्टेशन पर कई बार सफाई के लिए कहा गया, लेकिन सफाई नहीं हुई। स्थिति यह हुई कि छठ के दिन यहां के ट्रंासफॉर्मर में हल्की सी चिंगारी निकली और पूरा केबल जल कर खाक हो गया। बड़गो एरिया में भी ऐसे हालात हो सकते हैं। विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो बड़गो, रुस्तमुपर, चिलमापुर, महेवा और रानीबाग एरिया में कुल 196 ट्रांसफॉर्मर लगे हुए हैं, इनमें 150 से अधिक ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडेड हैं।
बिजली सप्लाई तो हो रही है, लेकिन बिजली की क्वालिटी ठीक नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से क्लीनिक के कई उपकरण चलाने के लिए स्टेबिलाइजर रखना पड़ गया है। कई बार तो बिजली इतनी कम मिलती है कि वह भी फेल हो जाता है।
डॉ। रवि राय, डॉक्टर
बिजली के कारण बहुत अधिक प्रॉब्लम हो रही है। कई बार तो सुबह-सुबह ही बिजली गुल हो जाती है, जिसके कारण घर के काम पूरे नहीं हो पाते। बिजली विभाग से शिकायत करने पर एक ही बात सुनने को मिलती है कि जल्द ही आ जाएगी, लेकिन ऐसा होता नहीं है।
मिथलेश द्विवेदी, स्थानीय नागरिक
अभी कुछ दिन से बिजली सही मिल रही है, लेकिन गर्मी और बरसात के मौसम में तो यह कब आती है और कब जाती है, पता ही नहीं चलता है। बिजली लगातार न मिलने के कारण व्यापार पर सीधा प्रभाव पड़ने लगा है।
रवि श्रीवास्तव, दुकानदार
बड़गो एरिया में सबसे अधिक लोकल फॉल्ट होता है। यहां से लगे अधिकांश ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडेड हैं। बिजली विभाग अभी तक तारों की सफाई तक नहीं कर सका है। कोहरा पड़ते ही इस एरिया में और अधिक प्रॉब्लम बढ़ने वाली है।
सर्वेश त्रिपाठी, स्थानीय नागरिक