गोरखपुर (ब्यूरो)।रामनवमी पर अयोध्यावासियों का यह उल्लास राम मंदिर निर्माण के कारण भी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय पदाधिकारियों के अनुसार शेड में प्रभु श्रीराम का यह अंतिम रामनवमी आयोजन होगा। अगले साल प्रभु श्रीराम अपने मंदिर में होंगे। वहीं, रामनवमी में आने वाले श्रद्धालु अयोध्या में कोरियाई कला का भी दीदार कर सकेंगे। अयोध्या में कोरिया क्यून पार्क बनकर तैयार है।
10 हजार स्थानों पर चल रही आराधना
अयोध्या में 22 मार्च से 10 हजार स्थानों (मंदिर, घर, आश्रम, सरयू तट के किनारे) पर 1 लाख भक्त और संत श्रीरामचरित मानस का पाठ कर रहे हैं। महोत्सव में चारों तरफ भगवान श्रीराम के नाम, गुण, लीला और धाम की 100 से ज्यादा कथाएं चल रही है।
बधाई का आनंद छाया
कनक भवन, लक्ष्मण किला, श्रीरामवल्लभाकुंज, सियाराम किला, हनुमत निवास, गहोई मंदिर, जानकी महल ट्रस्ट, दशरथ महल, जानकीघाट बड़ा स्थान, बड़ा भक्तमाल, रंगमहल आदि मंदिरों पर हर दिन शाम को करीब दो घंटे बधाई महोत्सव चल रहा है। शहर में रामवल्लभाकुंज, हिन्दू धाम, दशरथ महल, लक्ष्मण किला, रामकथा कुंज, सियाराम किला, रामहर्षण कुंज, पंचमुखी हनुमान मंदिर,रामर्चन मंदिर मैदान में रामकथा चल रही है। वहीं, अशर्फी भवन में भागवत कथा हो रही है।
पहली बार हो रहीं खेलकूद स्पर्धा
पहली बार अयोध्या में रामनवमी में 9 दिन खेलकूद और सांस्कृतिक प्रोग्राम आर्गनाइज हो रहे हैं। यहां 22 मार्च से ही रामजन्म महोत्सव समिति द्वारा राम जन्म महोत्सव के अंतर्गत खेल-कूद और सांस्कृतिक प्रोग्राम आर्गनाइज कराए जा रहे हैं, जिसमें स्थानीय कलाकारों को मंच मिल रहा है। वहीं, खिलाड़ी भी खेल-कूद कॉम्प्टीशन से प्रोत्साहित हो रहे हैं।
अयोध्या में रूट डायवर्जन लागू
चैत्र रामनवमी मेले को देखते हुए तीन दिन रूट डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। दूसरे जिले से अयोध्या आने वाले वाहनों को दूसरे रास्ते से आना जाना होगा। सोमवार को सुबह आठ बजे से 31 मार्च को शाम छह बजे तक रूट डायवर्जन व्यवस्था लागू होगी। दूसरे जिले से आने वाले सभी प्रकार के वाहन साकेत पेट्रोल पम्प बैरियर तक ही आएंगे। अयोध्या नगरी के अंदर किसी भी छोटे बड़े वाहन की एंट्री नहीं होगी।
भारी संख्या में ट्रैफिक पुलिस की तैनाती
यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए दूसरे जिले की भारी संख्या में ट्रैफिक पुलिस तैनात की गई है। मेले में गैर जिले के नौ टीएसआई, 80 मुख्य आरक्षी और आरक्षी, एक क्रेन के अलावा जिले के 13 टीएसआई, 15 मुख्य आरक्षी, 10 आरक्षी, 25 होमगार्ड व 30 पीआरडी के जवानों की ड्यूटी लगाई गई है।
कोरिया क्यून पार्क तैयार, लोकार्पण का इंतजार
अयोध्या के सरयू तट पर पहुंचने पर कोरियाई वास्तुकला से सजा खूबसूरत पार्क बनकर तैयार हो गया है। कोरिया क्यून पार्क में आपको कोरियाई संस्कृति के दर्शन होंगे। बताया जाता है कि यहां की राजकुमारी सूरो रत्ना अयोध्या से कोरिया गणराज्य तक का सफर जलमार्ग से करके पहुंची थीं। उनका विवाह वहां के राजा सूरो से हो गया। रानी बनने के बाद उनका नाम रानी हो रखा गया, जिनके लाखों की संख्या में वंशज आज भी दक्षिण कोरिया में मौजूद हैं। इसी रिश्ते को मजबूत करने के लिए कोरियाई डेलीगेट की टीम 2013 में अयोध्या आई थी और यहां के राजघराने के सदस्यों से संपर्क कर पुराने रिश्ते को मजबूत करने की पहल की।
सरयू तट पर बना रानी हो का स्मारक
यूपी सरकार के सहयोग से कोरिया की रानी हो का एक छोटा सा स्मारक सरयू तट पर बना। यहां रानी के जन्मदिन और दूसरे विशेष अवसरों पर कोरिया के डेलीगेट व राजनयिक यहां आकर अपनी रानी को श्रद्धांजलि अर्पित करने लगे। दोनों देशों की सरकारों की पहल पर अब यहां रानी हो के नाम से बड़े और खूबसूरत पार्क को विकसित किया गया है। अब इसके लोकार्पण का इंतजार है।
पार्क का आकर्षण
पार्क का मुख्य आकर्षण रानी हो पवेलियन, वॉटरबॉडी, सोने का अंडा, ओपन एयर कल्चरल थियेटर, मेडिटेशन सेंटर, सुलभ प्रसाधन आदि हैं। ये रानी की समुद्री यात्रा की कहानी को दर्शाते हैं। साथ ही भारतीय संस्कृति पर भी प्रकाश डालते हैं।
शेड के तले रामनवमी का यह अंतिम आयोजन होगा। अगले साल प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में होंगे। रामनवमी की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। लाखों श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है।
ओमप्रकाश, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय प्रभारी