- लाठी-डंडे दिखाकर जबरिया ऑटो से उतरवाई सवारी, सड़कों पर मची अफरातफरी

- आरटीओ, आईजी व एसपी ट्रैफिक से मिलकर की रूट निर्धारण खत्म करने की मांग

- धरना- प्रदर्शन कर सिटी में चल रहे काले ऑटो पर प्रतिबंध की मांग

GORAKHPUR: सिटी में चलने वाले ऑटो के रूट निर्धारण से ऑटो ऑपरेटर्स में खलबली मच गई है। सिटी में चलने वाले काले व ग्रीन ऑटो के एसोसिएशन भी दो गुटों में बंटकर एक-दूसरे के विरोध में सड़कों पर उतरने लगे हैं। इसी का नतीजा है कि मंगलवार को इसके विरोध में सिटी ऑटो चालक कल्याण एसोसिएशन की ओर से ऑटो ऑपरेटर्स ने जमकर बवाल काटा। इस दौरान ऑपरेटर्स ने आरटीओ ऑफिस पर धरना-प्रदर्शन करने के साथ ही सड़कों पर चल रहे ऑटो को जबरिया रोक कर सवारियां भी उतार दीं। इससे काफी देर तक आरटीओ ऑफिस से लेकर हरिओम नगर तक सड़कों पर अफरातफरी का माहौल रहा। विरोध प्रदर्शन के साथ ऑटो ऑपरेटर्स ने आरटीओ को ज्ञापन भी सौंपा। इसमें कहा गया कि सिटी में चलने वाले बिना परमिट के काले ऑटो को पूरी तरह से बंद किया जाए। साथ ही सिटी ऑटो के लिए कचहरी को केंद्र मानकर 16 किलोमीटर की अवधि में चलने का रूट निर्धारण किया जाए।

बंद होगी काली ऑटो

इस पर आरटीओ की ओर से ऑपरेटर्स को काले ऑटो पर अब तक की गई कार्रवाई का विवरण दिखाया गया। आरटीओ ने ये भी कहा कि बिना परमिट के काले ऑटो सिटी में कतई नहीं चलेंगे। आरटीओ से ऑपरेटर्स जुलूस की शक्ल में आईजी ऑफिस पहुंचे। जहां आईजी हरिराम शर्मा ने एसपी ट्रैफिक को समस्या के समाधान का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने ऑपरेटर्स को एसपी ट्रैफिक के पास भी अपनी समस्या रखने को कहा। ऑटो ऑपरेटर्स ने एसपी ट्रैफिक एसपी द्विवेदी से भी मुलाकात कर ग्रीन ऑटो को रूट में बांधने का विरोध जताते हुए इसे खत्म करने को कहा। समस्या सुनने के बाद एसपी ट्रैफिक ने मंगलवार की शाम प्रशासन के साथ होने वाली मीटिंग में उनकी समस्या को रखने का आश्वासन दिया।

एसपी ट्रैफिक ने हम लोगों की समस्या को प्रशासन की मीटिंग में रखने की बात की है। उन्होंने बुधवार की सुबह इसपर जवाब देने का आश्वासन दिया है। हम लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन किया है। ऑटो से जबरिया सवारी उतरवाने की बात गलत है। हमारे एसोसिएशन के लोगों ने ऐसा नहीं किया था।

राजेश कुमार, अध्यक्ष

सिटी ऑटो कल्याण एसोसिएशन