- आम्रपाली एक्सप्रेस में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट के साथ लाखों की लूट

-गोरखपुर के मालवीय नगर केरहने वाले हैं सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट

- ट्रेन के गोरखपुर पहुंचने के बाद लूटे गए दंपति ने जीआरपी थाने में दर्ज कराई एफआईआर

GORAKHPUR: रेलवे ट्रेन्स में यात्रियों की सुरक्षा के चाहे जितने भी दावे करे। लगातार हो रही वारदातें सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दे रहीं हैं। कटिहार से अमृतसर को जाने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस में सैटर्डे को डकैतों ने असहले के बट पर यात्रियों से जमकर लूटपाट की। डकैतों ने नगदी लूटा, बल्कि सारे कीमती गहने भी लूट लिए। ट्रेन में यात्रा कर रहे मालवीय नगर निवासी सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट से करीब तीन लाख की नकदी और कैश लूट ले गए। पीडि़त दंपति ने जीआरपी थाने में एफआईआर लॉज कराई है। वहीं इस मामले में गोरखपुर जीआरपी ने तफ्तीश शुरू कर दी है।

सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट को लूटा

कटिहार से अमृतसर जाने वाली 15707 आम्रपाली एक्सप्रेस में बैठे यात्री पूरे सफर में दहशत में रहे। एस-7 कोच के 71 और 65 नंबर बर्थ पर रिजर्वेशन कराए सीआरपीएफ असम में तैनात सहायक कमांडेंट के साथ डकैतों ने असलहा दिखाकर लूटपाट की। सहायक कमांडेंट रघुवंश उपाध्याय ने बताया कि कटिहार से गोरखपुर के लिए रिजर्वेशन करा रखे थे। वह अपनी पत्नी प्रियंका और दो वर्षीय बेटे के साथ गोरखपुर के लिए आ रहे थे। ट्रेन के बरौनी स्टेशन के आउटर पर पहुंचते ही उनके पत्नी के पास एक व्यक्ति आया और पर्स छीन ले गया। जिसमें मंगलसूत्र, दो हार, अंगूठी, 10 बिछिया, 3 जोड़ी पायल, तीन मोबाइल, दो हजार कैश, एटीएम व वोटर आईडी कार्ड समेत कई अन्य सामान लूट ले गए। करीब साढ़े तीन लाख रुपए से ज्यादा के सामान लूट ले गए। उन्होंने बताया कि जब यह घटना हुई तो उस वक्त करीब 3 बज रहे थे। सभी यात्री सो रहे थे। इसी बीच लूटेरों ने इस वारदात को अंजाम दिया।

पहले से खोल रखे थे दरवाजे

सहायक कमांडेंट ने बताया कि न सिर्फ उन्हीं के साथ डकैतों ने लूटपाट की। बल्कि एस-7 कोच में बैठे दर्जन भर से ज्यादा यात्रियों के नगदी और सामान लूट ले गए। कुछ यात्रियों ने यहां तक बताया कि लूटेरे पहले से स्लीपर कोच के दोनों दरवाजे को खोल रखे थे। पहले ही वह तैयारी में थे कि सामान लूटने के बाद वह चलती ट्रेन से सीधे कूद गए। उनके पास असलहे भी थे। कुछ लूटेरे सामान की लूटपाट में लगे हुए थे। तो कुछ कोच के दोनों गेट पर असलहा लेकर खड़े थे। लूटे जा रहे यात्रियों ने विरोध भी करना चाहा तो उनके मुंह बंद रखने को कहा गया।

एस्कार्ट होने के बावजूद होती रही लूटपाट

ऐसा नहीं है कि आम्रपाली एक्सप्रेस में आरपीएफ एस्कार्ट नहीं थी। आरपीएफ एस्कार्ट होने के बावजूद लूटरों ने इस घटना को अंजाम दिया। सूत्रों की माने तो लूटेरों के आगे आरपीएफ भी बौनी साबित हुई हैं। कई बार तो आरपीएफ एस्कार्ट की तरफ से अगर विरोध करने का प्रयास भी किया तो उन्हें भी देख लेने की धमकी दी जाती है।

- इन गाडि़यों पर होती है डैकतों की नजर

- वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस

- जनसाधारण एक्सप्रेस

- जनसेवा एक्सप्रेस

- सत्याग्रह एक्सप्रेस

- अवध आसाम एक्सप्रेस

- शहीद एक्सप्रेस

- पूर्वाचल एक्सप्रेस

सीआरपीएफ में तैनात सहायक कमांडेंट के साथ हुए लूटपाट के मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। चूंकि घटना बरौनी स्टेशन के पास की है। इसलिए मामले को ट्रांसर्फर कर दिया जाएगा।

गिरजा शंकर त्रिपाठी, प्रभारी निरीक्षक, जीआरपी गोरखपुर जंक्शन