- पुलिस ने नहीं सुनी शिकायत तो बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे डीएम ऑफिस
- थानाध्यक्ष बेलघाट पर समझौते के लिए दबाव बनाने का भी आरोप
GORAKHPUR: गोरखपुर में अपराधियों को पकड़ना शायद पुलिस को नहीं भाता मगर अब ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिसमें आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने में भी पुलिस को तकलीफ हो रही है। ऐसा ही एक केस में पुलिस की शिकायत बुधवार को डीएम के दरबार पहुंची। पुलिस के रवैये से नाराज बड़ी संख्या में बेलघाट थाना के बघैला गांव के निवासी कलेक्ट्रेट पहुंचे। इनका आरोप था कि गांव के आधा दर्जन दबंग आए दिन लड़कियों को छेड़ते हैं और छींटाकशी करते हैं। जबकि शिकायत करने पर पुलिस उलटे समझौते के लिए दबाव बना रही है।
शादी में की छेड़खानी
कलेक्ट्रेट पहुंचे बघैला गांव के लोगों की अगुवाई कर रहे प्रधान रवि कुमार ने बताया कि कुछ दबंग युवक मनमानी पर उतारूं हैं। आए दिन गरीबों की बेटियों को छेड़ते हैं। परिवार वालों के सामने दुपट्टा तक खींच लेते हैं। हाल में ही गांव के एक गरीब व्यक्ति के यहां बेटी की शादी में परछावन के समय दबंगों ने लड़कियों से छेड़खानी की। परछावन से वापसी के समय उन्हीं लड़कियां को दुपट्टा भी खींचा। मौजूद लोगों ने विरोध किया तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
थाने ने किया निराश
दबंगों के दुस्साहस के खिलाफ परिवार और ग्रामीण थाने पर पहुंचे। ग्राम प्रधान रवि कुमार के मुताबिक वहां थानेदार ने मामले में समझौता कराने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इससे इनकार करने पर उन्होंने कहा कि समझौता कर लो, नहीं तो दो लाइन लिख दूंगा तो जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। इससे आहत होकर ही हम सभी डीएम के यहां न्याय की गुहार करने आए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि थानेदार ने तहरीर भी लेकर रख ली, लेकिन इस मामले में अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया।
सत्तापक्ष जुड़े हैं दबंग
डीएम ऑफिस न्याय की गुहार लगाने आए ग्रामीणों ने बताया कि दबंग सत्ता पक्ष से जुड़े हुए है। इसलिए पुलिस भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ रही है। वहीं वे बार-बार अपने रिश्तेदारों के सत्ता पक्ष से जुडे़ होने का दावा करते हैं, जिसके दबाव में आकर पुलिस ने अब तक केस दर्ज नहीं किया है। वहीं थानेदार तक इस मामले में समझौते का दबाव बना रहे हैं।
पहले भी लगा है समझौते का आरोप
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगा हो। इससे पहले भी बीते महीने सहजनवां थाना क्षेत्र में हुए रेप के मामले में भी पुलिस पर आरोप लगा था। इस मामले को सज्ञान लेते हुए उच्च अधिकारियों ने कोतवाली से जुड़े कई पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने के लिए एक जांच कमेटी बनाई थी, जिसकी रिपोर्ट के बाद उन पर कार्रवाई होगी।
ये प्रधानी का विवाद है। मैंने प्रधान को फोन करके मुकदमा लिखवाने के लिए आने के लिए कहा था, लेकिन कोई मुकदमा लिखवाने के लिए थाने नहीं आया।
रामाज्ञा सिंह, एसओ, बेलघाट