- आई नेक्स्ट की खबर पर प्रशासन ने लिया संज्ञान

- प्रशासन ने जारी किया कंट्रोल रूम का नंबर

GORAKHPUR: जिले में अगलगी की घटनाओं को रोकने के लिए सोमवार को प्रशासन ने प्रभावी कदम उठाएं। आई नेक्स्ट में प्रकाशित खबर आग ने फिर किया सपनों से खिलवाड़ का व्यापक असर सामने आया। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण कार्यालय के इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में कंट्रोल रूम बनाकर कर्मचारियों की तैनाती की गई। इसके अलावा आईजी जोन हरीराम शर्मा ने अगलगी रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए निर्देश जारी किए। आईजी ने कहा कि खेतों में डंठल फूंकने के आरोप में केस दर्ज करके पुलिस कार्रवाई करेगी।

दो शिफ्टों में काम करेंगे कर्मचारी

इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में दो शिफ्टों में कर्मचारियों की तैनाती की गई है। इसके तहत सुबह छह बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक और दोपहर दो बजे से रात के 10 बजे तक दो शिफ्टों में छह कर्मचारी सेंटर में मौजूद रहेंगे। टेलीफोन नंबर और वायरलेस सेट पर आने वाली सूचनाओं को रजिस्टर में दर्ज करके अग्नि शमन अधिकारी, संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, तहसीलदार को अवगत कराएंगे। यह कार्रवाई अगले आदेश तक जारी रहेगी।

यह होगी जिम्मेदारी

- प्रभावित गांव, ग्राम पंचायत, ब्लाक और तहसील तथा प्रभावित हेक्टयेर का विवरण रोजाना रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।

- अग्निशमन विभाग और ग्रामीणों द्वारा किए गए राहत और बचाव कार्य का लेखा-जोखा बनाना होगा।

- प्रभवित व्यक्तियों और परिवारों को उपलब्ध कराई गई सहायता, धनराशि और वितरण का पूरा जिक्र रजिस्टर में किया जाएगा।

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इन नंबरों पर दी जाएगी सूचना

इओसी कंट्रोल रूम: 0551- 2201796

टोल फ्री नंबर- 1077

खेत में डंठल फूंका तो मुकदमा

अगलगी से लगातार हो रहे नुकसान को सबकी पहल से रोका जा सकता है। सोमवार को आईजी जोन ने इसके लिए जोनभर की पुलिस को निर्देश जारी किए। आईजी हरीराम शर्मा ने कहा कि किसान अपने खेतों में डंठल न जलाएं। डंठल जलाने की शिकायत मिलने पर पुलिस मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई कर सकती है। इसकी सूचना कोई भी व्यक्ति, अपने नजदीकी थाने में दे सकता है। आईजी की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि खेतों के पास बीड़ी, सिगरेट जैसे ज्वलनशील पदार्थ न ले जाएं। इनका सेवन करने वालों को फसलों से दूर रहने की चेतावनी दी जाए। गांव में बच्चों को आग से दूर रखा जाए। माचिस की डिब्बी, ढेबरी, लालटेन सहित अन्य ज्वलनशील पदार्थो तक बच्चों को पहुंचने से रोका जाए।