- सस्पेंड होने पर आर्मोरर ने काटा बवाल

- आरआई के साथ की मारपीट, मुकदमा, गिरफ्तार

GORAKHPUR : पुलिस लाइन में अनुशासनहीनता ने गुटबाजी का रूप ले लिया है। ड्यूटी न करने के आरोप में सस्पेंड किए गए आरमोरर ने आरआई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार की रात एक आरमोरर ने आरआई के साथ मारपीट की। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कैंट पुलिस अरेस्ट कर लिया है। आरमोरर ने आरआई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरआई ने सभी आरोपों को खारिज किया है।

आरआई से भिड़ा आरमोरर

बलिया जिले के पकड़ी का शैलेंद्र कुमार सिंह आरमोरर है। उसकी तैनाती नवंबर 2013 में गोरखपुर पुलिस लाइन में हुई थी। 2003 बैच के कांस्टेबल आरमोरर शैलेंद्र सहित चार को ड्यूटी में लापरवाही, अनुशासनहीनता के आरोप में शुक्रवार को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड होने से बौखलाए कांस्टेबल ने आरआई को जिम्मेदार ठहराया। आरोप है कि रात में करीब साढ़े नौ बजे आरमोरर नशे में धुत होकर आरआई के आवास पर पहुंच गया। वहां कार्रवाई के लिए गलत रिपोर्ट देने की बात पर भिड़ गया। आरआई के आवास पर उसकी पिटाई भी हुई। सूचना पाकर पहुंची कैंट पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

मारपीट करने का मुकदमा

आरआई अनिल पांडेय ने कैंट पुलिस को तहरीर दी। आरोप लगाया कि शैलेंद्र उनके घर पहुंचा। गाली देते हुए मारपीट करने लगा। देखने में ऐसा लग रहा था कि वह शराब के नशे में है। शोर शराबा होने पर पास-पड़ोस के लोग भी आ गए। कैंट पुलिस ने उसको हिरासत में लिया। आरमोरर के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने का मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। शैलेंद्र के सहयोगियों ने थाने से मुचलका भरकर छुड़ाने की कोशिश की। लेकिन अफसरों की सख्ती से उसे थाने से जमानत नहीं मिल सकी। बताया जाता है कि वर्ष 1998 में शैलेंद्र सिंह पुलिस में आया। लेकिन गांव में एक मुकदमे के चलते वह 2003 में ड्यूटी ज्वाइन कर सका।

घर पर बांधकर पिटवाया

आरमोरर शैलेंद्र ने आरआई के आरोपों को गलत बताया। कहा कि ड्यूटी में लापरवाही का झूठा आरोप लगाया गया। नियमानुसार आरमोरर की ड्यूटी पुलिस लाइन के बाहर नहीं हो सकती है। 21 तारीख को सीओ कैंपियरगंज के गारद में ड्यूटी लगने की कोई सूचना नहीं दी गई। आरमोरर ने कहा शुक्रवार की रात साढ़े नौ बजे वह शस्त्रागार में मौजूद था। तभी जीडी गणना कार्यालय पर तैनात कांस्टेबल सुभाष आरआई के घर बुलाकर ले गया। वहां सुभाष और आरआई के फालोअर ने उसका हाथ बांध दिया। आरआई के रीडर जगदीश सिंह, आरआई और उनके बेटे ने उसे जमकर पीटा। रस्सी में बांधकर कमरे में धकेल दिया। इसके बाद पुलिस को झूठी सूचना देकर मुकदमा दर्ज करा दिया। शैलेंद्र ने आरआई पर रुपए मांगने, आ‌र्म्स लाइसेंस के रिन्यूवल में धनउगाही करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए।

गुटबाजी ने बढ़ाई मुसीबत

पुलिस लाइन में गुटबाजी ने समस्या खड़ी कर दी है। आरआई और आरमोरर के बीच पुराना विवाद है। 12 सितंबर को ड्यूटी लगाने पर आरआई से शैलेंद्र की कहासुनी हुई थी। इसके अलावा उसकी शिकायत पहले भी पूर्व एसएसपी प्रदीप कुमार से हो चुकी है। ड्यूटी लगाने की बात पर कई बार आरआई से पुलिस कर्मचारी भिड़ चुके हैं। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि रुपए न देने पर परेशान किया जाता है। रपट लिखने की धमकी दी जाती है। एक तरफ जहां आरआई अपने को दूध का धुला बता रहे तो दूसरी तरफ पुलिस लाइन में उनके खिलाफ गुटबाजी हो गई है। इस मामले में अफसरों ने ठीक से एक्शन नहीं लिया तो बवाल बढ़ सकता है।

आरमोरर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरआई लाइन ने उनके खिलाफ तहरीर दी थी।

श्यामलाल यादव, एसओ कैंट