- एसएसपी ने दिलाया भरोसा, होगी कार्रवाई

- नाबालिग प्रेमी ने ठुकराया, तन्हा हुई युवती

GORAKHPUR: मां-बाप के प्यार से महरूम, पति के उत्पीड़न से तंग और नाबालिग प्रेमी के हाथों छली गई अंतिमा की जिंदगी दो राहे पर आ गई है। सहारे की आस में गोरखपुर आई युवती, महिला थाना में मदद के लिए लोगों से गुहार लगा रही है। एसएसपी ने कहा किसी समाजसेवी संगठन की मदद से युवती को आसरा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

नाबालिग प्रेमी के बातों में फंस गई अंतिमा

कैंपियरगंज, जंगल बिहुली का छात्र सूरजकुंड में किराये पर कमरा लेकर पढ़ाई करता है। एक साल पहले उसके मोबाइल पर किसी का मिस कॉल आया। अंजान नंबर पर छात्र ने बातचीत शुरू कर दिया। वह मोबाइल बड़ेगांव, बसनी खरका में रहने वाली अंतिमा का था। अंतिमा की शादी चाचा-चाची ने की। ससुराल में दहेज के लिए उसका उत्पीड़न हो रहा था। छात्र से बातचीत होने पर नजदीकी बढ़ गई। दो-तीन बार वह युवती से मिलने पहुंच गया। छह माह पूर्व छात्र, युवती को अपने साथ कमरे में ले आया। ख्0 मई को लावारिस छोड़कर गांव चला गया। सैटर्डे को छात्र के अगल बगल कमरों में रहने वाले अन्य स्टूडेंट्स अंतिमा को लेकर महिला थाना पहुंचे थे।

अब किस मुंह से लौटकर जाऊं घर

घरवालों के दबाव में छात्र ने अंतिमा को साथ रखने से मना कर दिया। महिला थाना पुलिस ने अंतिमा के ससुराल और चाचा-चाची को गोरखपुर बुलाया। लेकिन ख्ब् घंटे बाद भी अंतिमा को लेने कोई गोरखपुर नहीं आया। महिला थाना में रो रही अंतिमा हर महिला कांस्टेबल से मदद मांग रही है। अंतिमा का कहना है कि पति उसको साथ नहीं ले जाएंगे। प्रेमी ने ठुकरा दिया। अब वह किस मुंह से घर जाए। महिला एसओ ने बताया कि सीधीसादी अंतिमा को बेसहारा छोड़ना ठीक नहीं है। उधर, अंतिमा के मददगार छात्रों ने कहा कि आरोपी के घरवाले अंतिमा को जानमाल की धमकी दे रहे है। लोगों ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

युवती की सुरक्षा और शेल्टर को लेकर पुलिस गंभीर है। किसी समाजसेवी संगठन की मदद से समस्या का समाधान किया जाएगा। फिलहाल, उसके घरवालों का पुलिस इंतजार कर रही है।

प्रदीप कुमार, एसएसपी