- जंक्शन के सेकेंड क्लास के गेट के सामने स्थित जेटीबीएस काउंटर पर एंटी फ्रॉड टीम का छापा
-छापेमारी के दौरान ओवर चार्जिग करते धरा गया जेटीबीएस संचालक
GORAKHPUR: स्टेशन रोड स्थित जनता टिकट बुकिंग सेवक (जेटीबीएस) काउंटर पर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब रेलवे की एंटी फ्रॉड टीम ने छापा मारा। टीम की मानें तो यात्रियों की शिकायत पर छापा मारा गया है। आरोप है कि जेटीबीएस संचालक पैसेंजर्स से ओवरचार्रि्जग कर रहा था। यह मामला तब खुला जब कई यात्रियों ने इसकी शिकायत एंटी फ्रॉड टीम ने की थी। इस मामले में एंटी फ्रॉड टीम ने जेटीबीएस संचालक के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार कर ली है। दूसरी तरफ एनई प्रशासन की सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट मिलते ही जेटीबीएस का लाइसेंस कैंसिल किया जा सकता है।
पैसेंजर्स की कंप्लेन पर की गई कार्रवाई
यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन रोड पर कुल क्ख् जेटीबीएस काउंटर खोले गए हैं। एक रुपए एक्स्ट्रा पे करने पर यात्रियों को स्टेशन के यूटीएस काउंटर पर लाइन लगाने की झंझट से छुटकारा मिल जाता है। आरोप लगा था कि स्टेशन रोड के जेटीबीएस संचालक यात्रियों से टिकट के नाम पर ओवरचार्रि्जग कर रहे हैं। इसका खुलासा किया रेलवे की एंटी फ्रॉड टीम के सदस्य एसपी सिंह ने। उनकी मानें तो स्टेशन रोड स्थित चंद्रभान जनरल स्टोर में संचालित जेटीबीएस काउंटर नंबर भ्9 डब्लू से ओवर चार्जिग का मामला पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि यात्री राजेश कुमार ने जेटीबीएस काउंटर से गोरखपुर से हिसार के लिए जनरल टिकट खरीदा। उस पर ख्म्0 रुपए किराया लिखा था, लेकिन राजेश का आरोप है कि जेटीबीएस वाले ने उनसे ख्80 रुपए वसूले। मामले की शिकायत मिलते ही एंटी फ्रॉड टीम ने जांच शुरू कर दी।
आई नेक्स्ट भी कर चुका है खुलासा
सिटी के जितने भी जेटीबीएस काउंटर्स हैं उन पर ओवरचार्जिग को लेकर आई नेक्स्ट ने भी कई बार खबर पब्लिश की है। फ्0 जून ख्0क्ब् को आई नेक्स्ट ने पूरे मामले का रियल्टी चेक भी किया था। इसमें तीन जेटीबीएस काउंटर्स संचालकों को यात्रियों से भ्-ख्0 रुपए तक की ओवरचार्जिग करते पाया गया था। खबर छपने के बाद मामले में रेलवे की तरफ से जांच भी बैठाई गई। क् जुलाई को इस मामले में पेनाल्टी वसूली गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
क्यों नहीं हो पाती कठोर कार्रवाई?
रेलवे प्रशासन का दावा है कि अगर कोई भी जेटीबीएस काउंटर्स से ओवर चार्जिग करते पाया जाता है तो उसके विरुद्ध रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है। उधर आरपीएफ की मानें तो रेलवे एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि इनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई की जा सके। ज्यादा से ज्यादा इन पर ख्,भ्00 से भ्,000 रुपए की पेनाल्टी चार्ज की जा सकती है।
करते हैं यात्रियों से साथ गुंडई
एंटी फ्रॉड टीम की मानें तो स्टेशन रोड के जेटीबीएस संचालक मनमानी ओवरचार्जिग करने के साथ-साथ यात्रियों से बदसलूकी और मारपीट भी करते हैं। ऐसी कंडीशन में यात्री इनकी शिकायत आरपीएफ या फिर जीआरपी से करते हैं, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई के बजाय मामला 'सुलझा' लिया जाता है। एंटी फ्रॉड टीम की मानें तो जेटीबीएस संचालकों को आरपीएफ की शह भी है।
वर्जन
स्टेशन रोड जेटीबीएस काउंटर्स के संचालकों पर एंटी फ्रॉड टीम ने लगातार नजर रखी है। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
आलोक कुमार सिंह,
सीपीआरओ, एनई रेलवे