गोरखपुर (ब्यूरो)।थाना शाहपुर के चरगांवा, खुटहन निवासी 75 वर्षीय रामहरख ने माफिया विनोद पर 43 डिसमिल जमीन और एक करोड़ 16 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया है।

1.92 एकड़ थी जमीन

रामहरख ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया है कि उसके पास 1.92 एकड़ जमीन थी। जिसे गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए)ने 1991 में अधिग्रहित कर लिया था। जिस पर रामहरख ने जीडीए के अधिकारियों को बताया की उसके पास इस जमीन के अलावा कोई अन्य जमीन नही है। पीडि़त के अनुरोध पर जीडीए डेवलपमेंट चार्ज लेकर और मुआवजा न लेने पर 43 डिसमिल जमीन छोडऩे को तैयार हो गई। इस बात की जानकारी माफिया विनोद उपाध्याय निवासी शक्ति नगर बशारतपुर थाना शाहपुर को हो गई।

2 अप्रैल को जबरन उठाया

माफिया विनोद ने 2 अप्रैल 2005 को उसको जबरन उठा ले गए। और 43 डिसमिल जमीन को मात्र 60 हजार रुपए कीमत में अपने सगे भाई जयप्रकाश के नाम पर रजिस्टर्ड सेल एग्रीमेंट करवाया लिया। जिसमें फर्जी तरीके से 5 हजार रुपए एडवांस दिखा कर और बाकी 55 हजार छह माह में देने और बैनामा करवाने को कहा गया। लेकिन पीडि़त को एक भी पैसा नही मिला और फर्जी अंगूठा लगा कर 5 अलग अलग तिथि में 55 हजार रुपए भुगतान दिखा दिया। इसके बाद पैसे लेकर जमीन बैनामा न करने का आरोप लगाकर न्यायालय में मुकदमा दर्ज करवा दिया।

अब हड़पना चाहता है जमीन

विनोद के भाई जयप्रकाश ने सिविल जज जूनियर डिविजन में पैसा लेकर बैनामा न करने का आरोप लगाते हुए पीडि़त और जीडीए पर मुकदमा कर दिया। उधर माफिया विनोद जमीन के एवज में एक करोड़ 16 लाख रुपए वापस करने का दबाव बनाने लगे। तब रामहरख ने अपने रिश्तेदार थाना गोरखनाथ क्षेत्र के लच्छीपुर निवासी जनार्दन चौधरी से जयप्रकाश को एक करोड़ 16 लाख का चेक दिलवाया तो जयप्रकाश ने बाद संख्या 2280/2018 नॉटप्रेस किया.रामहरख ने तहरीर में लिखा है कि एक बार पूरा पैसा लेने के बाद जमीन हड़पने की नियत से पुन: सिविल जज जूनियर डिविजन में बाद संख्या 1638/2021 जयप्रकाश बनाम रामहरख दाखिल किया गया है।

शिकायत हुई लेकिन कार्रवाई नहीं

रामहरख ने बताया की 22 अप्रैल 2022 को भी माफिया द्वारा पताडि़त होने की शिकायत थाना शाहपुर में किया था, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। पीडि़त प्रताडि़त होता रहा। जब उसे जमीन बैनामा न करने पर जान से मरने की धमकी मिलने लगी तो शनिवार को पीडि़त ने फिर थाने में तहरीर दी है।