गोरखपुर (ब्यूरो)। कार्रवाई देवरिया न्यू कॉलोनी के रहने वाले सतीश चंद्र श्रीवास्तव, रामगढ़ताल महुईसुघरपुर के अवध कुमार गुप्ता और गीता वाटिका की रहने वाली विजय लक्ष्मी गुप्ता की तहरीर पर एम्स थाना पुलिस ने की। माफिया और उसके भाई ने अपने गुर्गे रोशन पांडेय, प्रदुम्न तिवारी, संतोष के साथ मिलकर पीड़ितों की चहारदीवारी तोड़कर जमीन कब्जा की थी।

एसएसपी को दिया प्रार्थना पत्र

संयुक्त रूप से पीडि़तों ने एसएसपी को प्रार्थनापत्र देकर बताया था कि रामपुर उर्फ रामगढ़ में जीडीए द्वारा पास किए गए चाणक्यपुरी कॉलोनी में अराजी नंबर 22 में स्वीकृत मानचित्र को देखने के बाद उन्हें जमीन पसंद आई। चार जून, 2003 को अवध कुमार गुप्ता ने 2500 वर्गफीट, चार अप्रैल, 2003 को विजय लक्ष्मी गुप्ता ने 2450 और 20 सितंबर, 2002 को सतीश चंद्र श्रीवास्तव ने 2450 वर्गफीट जमीन का पैसा देकर भूपेन्द्र नाथ त्रिपाठी से रजिस्टर्ड बैनामा कराया। इसके बाद उक्त जमीन पर टिनशेड बनवाकर चहारदीवारी करवा ली।

पिस्टल सटाकर दी थी धमकी

कुछ दिन माफिया और उसके भाई गुर्गों के साथ मिलकर चहारदीवारी तोड़ दी। विरोध करने पर गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। माफिया और उसके भाई ने पिस्टल सटाकर बोले जमीन लेना है तो सभी मिलकर 20 लाख रुपये दो। आरोपितों ने कहा यदि जमीन पर दिखाई दोगे या किसी को या थाने पर सूचना दोगे तो परिवार समेत सभी की हत्या कर दी जाएगी। मजबूर होकर सभी घर चले गए। बीच-बीच में माफिया उन लोगों को बुलवाकर प्रताड़ित करता रहा साथ ही फर्जी कागजात बनवाकर जमीन पर रहने लगा।

माफिया ने बच्चों की छुड़वा दी पढ़ाई

माफिया विनोद लंबे समय से फरार चल रहा है। पुलिस के अनुसार उसका अंतिम लोकेशन नेपाल में मिली थी। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए माफिया के दोस्त, रिश्तेदार और बच्चों के स्कूल में पूछताछ की। पुलिस के पहुंचने पर माफिया का कोई रिश्तेदार अपने घर नहीं मिला। पुलिस की जांच में सामने आया है कि माफिया के बच्चे लखनऊ स्थित जिस स्कूल में पढ़ रहे थे अब वहां से उनका नाम कटवाया जा चुका है। बच्चे व पत्नी कहां है पुलिस पता लगा रही है।

माफिया विनोद उपाध्याय के विरुद्ध रंगदारी मांगने और जमीन कब्जा करने के आरोप में एक और केस दर्ज हुआ है। माफिया की तलाश पुलिस कर रही है। जल्द ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी।

कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी