- मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के स्थापना दिवस समारोह में शरीक हुए सीएम

- उपलब्धियां गिनाकर किया विरोधियों पर वार, एमएमएमयूटी को व‌र्ल्ड क्लास बनाने का दावा

GORAKHPUR : मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी को विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी बनाया जाएगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय अभी पीछे हैं, उन्हें आगे लाने के लिए यूनिवर्सिटीज को हर संभव मदद मिलेगी। ये वादा है सूबे के मुखिया अखिलेश यादव का। वे एमएमएमयूटी के स्थापना दिवस समारोह में शरीक होने गोरखपुर आए थे। अपने भाषण में सीएम ने एजुकेशन पर कम और उपलब्धियों के बखान पर ज्यादा समय दिया।

मैंने पूरे किए हैं वादे

सीएम ने एमएमएमयूटी वीसी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दो वर्षो में इस यूनिवर्सिटी को सही दिशा में ले जाने का वीसी ने पूरा प्रयास किया। मैंने इंजीनियरिंग कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाने का वादा किया था, जो मैंने पूरा कर दिया। उन्होंने वीसी से कहा, यूनिवर्सिटी के इंफ्रास्टक्चर में जो भी आवश्यकता है, उसके लिए पूरी मदद की जाएगी। सीएम ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई को टफ बताते हुए कहा कि थर्मोडायनामिक्स सब्जेक्ट बहुत कठिन है, इस पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है। सीएम ने यूनिवर्सिटी कैंपस में इंजीनियर्स की सेहत दुरुस्त रखने के लिए जिम बनवाने की घोषणा की। कैंपस के भीतर साइकिल ट्रैक बनवाने के लिए वीसी को हिदायत दी। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, प्राविधिक शिक्षा विभाग, फरीद महफूज किदवई ने बताया कि यहां के युवाओं में जो जोश देख रहा हूं उससे लगता है कि हमारा देश आधुनिक जरूर बनेगा।

बीजेपी बना दे मेट्रो

अखिलेश यादव ने मंच से विरोधियों पर जुबानी तीर भी चलाएं। अखिलेश ने कहा, भाषा को लेकर बड़ी बहस है इसलिए हर भाषा की जानकारी आवश्यकता है। बीएसपी, बीजेपी ने कहा था कि छात्रों को लैपटॉप बांटा गया, ये लैपटॉप नहीं झुनझुना है। वहीं एम्स के लिए जमीन मांगी गई थी, वह भी मैने दे दी। रायबरेली के लिए जमीन नहीं मिल रही थी, फिर भी व्यवस्था की गई। मंगलवार को कैबिनेट ने सिपाही भर्ती के लिए रिटेन प्रक्रिया को समाप्त कर दिया। जो फिजिकली मजबूत हैं, उनकी सीधी भर्ती की जाएगी। यहीं नहीं शिक्षा मित्रों को भी हमने नौकरी दी। इनके मामले सुप्रीम कोर्ट में फंसे हैं। वहां भी सरकार शिक्षा मित्रों के साथ है। लखनऊ में श्रीधरन के साथ मिलकर मेट्रो बनाने का काम चल रहा है, वाराणसी में भी मेट्रो की तैयारी चल रही है। अगर डेवलपमेंट की बात कर रहे हैं तो बीजेपी क्यों नहीं गोरखपुर में ही मेट्रो बना दे रही है।

हिंदी में मिले एजुकेशन

विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने बताया कि विकसित देश बनाने का दायित्व युवाओं का है। देश को औद्योगिक क्रांति की जरूरत है। परिश्रम से पढो। योग्यता का परिचय कराओ। वीसी से यहीं कहूंगा कि शिक्षा अपनी भाषा में होनी चाहिए। इंजीनियरिंग की सारी किताबें अंगेजी में हैं, कुछ किताबें हिंदी में भी होनी चाहिए ताकि हिंदी बेल्ट के छात्रों को इसका लाभ मिल सके।

वीसी ने गिनाई उपलब्धियां

द्वितीय वर्षगांठ एवं स्थापना दिवस समारोह के मौके पर एक तरफ जहां सभी गेस्ट आकर मंच पर बैठ चुके थे। वहीं वीसी प्रो। ओंकार सिंह ने पिछले दो वर्षो में यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों को गिनाया। एक तरफ जहां कॉलेज बनने के बाद कैंपस के भीतर बने इंफ्रास्ट्रक्चर की बात बताई तो तमाम नये कोर्स लाने का भरोसा दिया। केमिकल इंजीनियरिंग और सुगर एल्कोहल कोर्स को अगले सेशन से लांच करने की बात कही। इस मौके पर यूनिवर्सिटी की पहली परिनियमावली का विमोचन भी किया गया।

गिना गए उपलब्धियां

- छात्रों को पढ़ने के लिए लैपटॉप दिया।

- भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए टेक्नोलॉजी की जरूरत है। 500 मेगावाट के लिए सोलर प्लांट तैयार कर लिया गया है।

- समाजवादी पेंशन योजना में अब तक 45 लाख लोगों को लाभ दिया जा चुका है। बिना किसी भ्रष्टाचार के।

- जनता की सुविधा के लिए लोहिया आवास योजना के तहत आवास आवंटन शुरू कराया गया।

- सोलर से बिजली उत्पादन के लिए सरकार मदद करेगी।

- रूफ टफ सोलर दिया है।

- जापानी इंसेफेलाइटिस से पीडि़त विकलांगों के लिए एक लाख रुपए की मदद दी जा रही है।

- हॉस्पिटल तक पीडि़त पहुंच सके। इसके लिए 500 एंबुलेंस दिया गया है।

- युवाओं के स्कील डेवलपमेंट के लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया जा रहा है।

- नेपाल बार्डर पर सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी और मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलोजी की स्थापना की।

इन्हें मिला गोल्ड मेडल

निधि चौधरी - बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग

गरिमा सिंह - बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

साकिब हसन - बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग

रश्मि - बीटेक सिविल इंजीनियरिंग

सृष्टि वाजपेयी - बीटेक इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग

अंशिका रस्तोगी - एमबीए

नैना - एमसीए

बन गए मास्टर्स

नेम ब्रांच

- स्वाती तकियार - कंट्रोल एंड इंस्ट्रमेंटेशन

- नीलिमा अग्रवाल - पावर इलेक्ट्रानिक्स एंड ड्राइव्स

- शोभित कुमार मिश्रा - कंप्यूनिकेशन इंजीनियरिंग

- अल्का परिहार - डिजिटल सिस्टम

- जितेंद्र सिंह - कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग

- कल्पना सिंह - इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी

- देवेश प्रताप सिंह - कंप्यूटर इंटीग्रेटेड मैनुफैक्चरिंग

- कल्यानी श्रीवास्तव - एनर्जी टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट

- तनु श्रीवास्तव - हिल एरिया डेवलपमेंट इंजीनियरिंग

- शिप्रा चौबे - एन्वॉयमेंटल इंजीनियरिंग

- रिषभ कश्यप - स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग

- नीलेश कुमार सिंह - सीस्मिक डिजाइन एंड अर्थक्वेक इंजीनियरिंग

इन्हें भी किया गया सम्मानित

- निधी चौधरी (बीटेक मैकेनिकल) - लेट श्री काली चरण कंदोई मेमोरियल अवार्ड

- गरीमा सिंह (बीटेक इलेक्ट्रिकल ) - लेट इंजी। गौरी शंकर दास मेमोरियल अवार्ड

- साकिब हसन (बीटेक कंप्यूटर साइंस)- लेट श्री। मुन्नी लाल जैन मेमोरियल अवार्ड

- रश्मि (बीटेक सिविल इंजीनियर) - लेट श्री। लछ्छन राय मेमोरियल गोल्ड मेडल

- शितिशा वाजपेयी (बीटेक इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन )- लेट श्रीमती। देवकी नांगलिया मेमोरियल गोल्ड मेडल

- अंशिका रस्तोगी (एमबीए )- लेट श्री। विश्वनाथ सिंह मेमोरियल गोल्ड अवार्ड

- नैना (एमसीए )- लेट बाबूलाल गोयल मेमोरियल गोल्ड मेडल

- रश्मि (बीटेक सिविल इंजीनियरिंग)- लेट श्रीमती लीलावती देवी मेमोरियल गोल्ड मेडल