गोरखपुर (ब्यूरो)। एम्स प्रशासन का कहना है कि हमारे पास तीन सौ ऑक्सीजन युक्त बेड हैं। यदि सौ बेड बढ़ाए जाएंगे तो उन पर इतनी जल्दी ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं हो
पाएगी। हमारे पास ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट तो है। पर्याप्त ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। लेकिन नए बढ़ाए जाने वाले बेडों पर ऑक्सीजन प्वाइंट बनाना और वहां तक पाइप
लाइन ले जाना कम समय में मुश्किल होगा। इसलिए सिलेंडर से ही पेशेंट्स को आक्सीजन की सप्लाई करनी पड़ेगी।
तलाशी जा रही संभावनाएं
डायरेक्टर डॉ। सुरेखा किशोर, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ। शशांक शेखर ने गुरुवार को वार्ड का निरीक्षण व बैठक कर सौ बेड बढ़ाने पर मंथन किया। संभावना व्यक्त की गई कि तीन
सौ बेड अस्पताल में दो बेडों के बीच खाली जगह में भी एक बेड रखा जा सकता है, क्योंकि दो बेडों के बीच की दूरी ज्यादा है। इसके अलावा आयुष विंग में भी लगभग 35 बेड
लगाए जा सकते हैं।
रेलवे अस्पताल व स्पोट्र्स कॉलेज में भी बनेगा कोविड वार्ड
सीएमओ ने बताया, रेलवे अस्पताल में दो सौ बेड व स्पोट्र्स कॉलेज में 150 बेड का कोविड वार्ड बनाने की तैयारी है। इसके अलावा हमारे पास 2652 बेड तैयार हैं। जरूरत पडऩे पर
ग्रामीण क्षेत्र में भी प्राइवेट हॉस्पिटलों में कोविड वार्ड बनाए जाएंगे। दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। किसी भी संक्रमित को दिक्कत नहीं हो पाएगी। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में
लेवल थ्री अस्पताल चल रहा है। गंभीर पेशेंट्स को वहीं भर्ती किया जाएगा।