- गोरखपुर एम्स के लिए मूल्यांकन करने शीघ्र आएगी केंद्रीय टीम

- एम्स को लेकर सपा सरकार पर लगाया गुमराह करने का आरोप

GORAKHPUR: एम्स यहां फर्टिलाइजर कैंपस में बन सकता है। जल्द ही केंद्रीय टीम इसके मूल्यांकन के लिए आएगी। टीम की सहमति मिली तो एम्स यहीं बनेगा। ये बातें सदर सांसद योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि फर्टिलाइजर के पास करीब एक हजार एकड़ जमीन है। आधुनिक तकनीक से बनने वाले नए कारखाने के लिए 450-500 एकड़ जमीन चाहिए। बची जमीन में से 100 एकड़ जमीन सीमा शस्त्र बल (एसएसबी) को देने के बाद भी एम्स के लिए यहां भरपूर जगह है। उन्होंने बताया कि यह जमीन केंद्र की संस्था फर्टिलाइजर कॉपोर्रेशन ऑफ इंडिया की है, लिहाजा इसके अधिग्रहण में भी कोई दिक्कत नहीं है।

प्रस्तावित जमीन का मामला कोर्ट में

उक्त दावे के आधार के बारे में पूछने पर सांसद ने कहा कि पता चला है कि प्रदेश सरकार ने जिस जमीन के बारे में प्रस्ताव दिया है, उस पर हाईकोर्ट का स्टे है। मामला लंबा खिंच सकता है। साथ ही फैसला क्या होगा ये भी नहीं कहा जा सकता। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने ं24 मई को प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई बैठक में चर्चा की। साथ ही फर्टिलाइजर कैंपस के बारे में सुझाव दिया। पीएमओ को सुझाव पंसद आया। आगे का निर्णय केंद्रीय टीम दौरे के बाद करेगी। इस बैठक में जुलाई में प्रधानमंत्री के गोरखपुर में संभावित कार्यक्रम पर भी चर्चा हुई।

प्रदेश सरकार कर रही है गुमराह

प्रदेश सरकार पर किए गए सवाल पर योगी ने इसे गुमराह करने वाली सरकार बताया। उन्होंने कहा कि करीब सवा साल से सूबे की सरकार एम्स के मुद्दे पर लोगों और केंद्र सरकार को गुमराह कर रही है। स्वास्थ्य के मुद्दे पर सूबे का यह रवैया जनहित के साथ मजाक है। साथ ही ये उसके विकास विरोधी रवैये का सबूत भी है। केंद्रीय योजनाओं में जमीन पर काम ना दिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन घोषणाओं में केंद्र की संस्थाओं की संबद्धता है उनमें नतीजे दिख रहे हैं। वहीं जहां कार्यदायी संस्था प्रदेश की है, वहां नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं हैं।

मोदी सरकार की तारीफ

केंद्र सरकार की दो साल की उपलब्धियों को उन्होंने शानदार बताया। सांसद ने कहा कि ये पहली सरकार है जिसने समाज के सबसे जरूरतमंद तबके के हित को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उन्होंने इसे सशक्त सरकार बताते हुए कहा कि मेरी समझ से चुनावी वादे के अनुसार एक भारत, श्रेष्ठ भारत और सशक्त भारत की बुनियाद पड़ चुकी है।