गोरखपुर (ब्यूरो)।टमाटर का रंग और सुर्ख हो गया है, जबकि हरी सब्जियां भी लोगों की मुश्किलें बढ़ाने लगीं हैं। टमाटर के दाम 160 रुपए प्रति किलो पहुंच चुके हैं, जबकि हरी सब्जी में परवर और भिंडी भी 60-80 रुपए बेची जा रही हैं, वहीं अदरक, मिर्चा और लहसुन की कीमतों में भी आग लगी हुई है। सब्जियों की कीमतों में तेजी से लोग विकल्प के रूप में सोयाबीन, राजमा और चना की खरीदारी कर रहे हैं।
10 दिन में 50 से 160 रुपए पहुंचा टमाटर
टमाटर जहां 10 दिन पहले 30 से 50 रुपए किलो तक बिक रहा था, लेकिन अब महेवा की थोक मंडी इसकी कीमतें 60-80 रुपए पहुंच चुकी हैं। जबकि फुटकर दुकानों पर टमाटर की कीमतें 160 रुपए वसूली जा रही हैं। महेवा थोक कारोबारी अवध गुप्ता ने बताया कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से टमाटर की आवक कम हो गई है, इसकी वजह से इसकी कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। टमाटर की कीमतें 160 रुपए तक पहुंच चुकी हैं, जबकि इसके दाम और बढ़ सकते हैं। बेतियाहाता के फुटकर सब्जी विक्रेता संतोष गुप्ता ने बताया कि 25 किलो के कैरट में 4-5 किलो टमाटर खराब निकल जा रहा है। इसे कम रेट पर बेचने में भी कोई फायदा नहीं होगा।
फुटकर में अदरक और महंगी
बाजार में अदरक और लहसुन की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं। अदरक थोक में 250 रुपए किलो बिक रहा है, वहीं लहसुन का थोक मंडी में रेट 60 से 80 रुपए प्रति किलो है। फुटकर में अदरक 300 रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गया है। कचहरी सब्जी विक्रेता रामकिशोर का कहना है कि लहसुन व अदरक की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। अदरक का स्टॉक भी नहीं कर सकते हैं। थोक कारोबारी का कहना है कि जनवरी से अप्रैल तक अदरक का सीजन होता है, इस दौरान बाजार में सबसे ज्यादा आवक होती है। ज्यादा तापमान से इसकी उपज खराब रही है। किसान अगस्त और सितंबर में अदरक की बुआई करते हैं। ऐसे में नई फसल की आपूर्ति जनवरी से शुरू होती है। इससे पहले कीमतों में गिरावट की उम्मीद नहीं है।
राजमा, सोयाबीन और चने की बिक्री बढ़ी
टमाटर के साथ हरी सब्जियों की कीमतों में आग लगने से लोग सोयाबीन, राजमा, चना और काबुली चना भी अब इनके विकल्प के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। राजमा और काबुली चना 140 से 160 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। महेवा में चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया का कहना है कि सब्जियों की महंगाई से लोग सब्जियों के विकल्प की तरफ देख रहे हैं। पिछले 15 दिनों में सोयाबीन, राजमा, चना और काबली चना की बिक्री बढ़ी है।
सब्जियों का भाव -
सब्जी फुटकर भाव
टमाटर 160
परवल 80
भिंडी 60
करैला 50
नेनुआ 50
लौकी 50
सतपुतिया 60
बैगन 40
नोट-रुपए प्रति किलो
टमाटर और हरी सब्जियों की कीमत बढ़ जाने से किचन का खर्च बढ़ गया है। सब्जियां लेना मुश्किल हो गया। टमाटर के साथ अदरक का रेट भी आसमान छू रहा है। कम सब्जी में ही काम चलाना पड़ रहा है।
शालिनी श्रीवास्तव
हरी सब्जियां महंगा होने से मुश्किल बढ़ गई है। अब बजट में कटौती करने के बाद खर्च को कम करना पड़ रहा है। पूरे किचन का बजट बिल्कुल गड़बड़ हो गया है।
राज कन्नौजिया
महंगा की बड़ी वजह सब्जी विक्रेता बारिश बता रहे हैं। जहां पहले सस्ती सब्जियां होने से झोला भर जाता था अब विक्रेता भी पाव बताकर सब्जी बेच रहे हैं। खरीदारी का पूरा बजट बिगड़ गया है।
वृज्यादंन यादव