- ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के रविंद्र नायक की पहल पर अब शपथ पत्र देने के बाद ही बनेगा लाइसेंस

- फेक डीएल पर अंकुश लगाने के लिए की गई है पहल

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : ड्राइविंग लाइसेंस में अब मनमानी नहीं चलेगी। वहीं दलालों और फर्जीवाड़ा करने वालों पर भी अंकुश लगेगा। इसके लिए शासन ने नई पहल शुरू कर दी है। अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की चाह रखने वाले कैंडिडेट्स को फोटो और अड्रेस प्रूफ के साथ शपथ पत्र देना होगा। इसके बाद ही उसका लाइसेंस जारी होगा। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के रविंद्र नायक ने सभी संभागीय परिवहन अधिकारियों को दिशा-निर्देश और शपथ पत्र का फार्म जारी कर दिया है।

लर्निग और परमनेंट दोनों में लगेगा शपथ पत्र

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले कैंडिडेट को लर्निग और परमनेंट दोनों ही तरह के लाइसेंस बनवाने के लिए शपथपत्र देना होगा। इसके साथ ही दोनों ही पत्रों में सेल्फ अटेस्टेड रीसेंट फोटो लगाना भी जरूरी है। लर्निग लाइसेंस बनवाने वाले शपथ पत्र में 8 प्वाइंट्स निर्धारित किए गए हैं। इसमें नाम, पता और डेट ऑफ बर्थ की सही इंफॉर्मेशन के अलावा यह भी शपथ देना होगा कि अभ्यर्थी नशा नहीं करता है और उसने पूर्व में कोई ऐसा अपराध नहीं किया है जिससे आम जनता को खतरा हो। अड्रेस के लिए निवास प्रमाणपत्र की फोटो कापी लगानी होगी, साथ ही लास्ट में जिम्मेदारी भी तय की गई है।

परमनेंट के लिए 10 प्वांइट्स पर होगा फोकस

परमनेंट लाइसेंस के लिए कैंडिडेट्स को 10 प्वाइंट्स पर फोकस रखना होगा। उन्हें यह शपथ देना होगा कि वह अपराधी प्रवृति के नहीं हैं और उन्होंने किसी भी अपराध में वाहन का प्रयोग नहीं किया है। नीचे पूरा पता, मोबाइल नंबर और सिग्नेचर भी जरूरी है। हालांकि, ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन बनना शुरू हो गया है, लेकिन फर्जीवाड़े को देखते हुए उच्चाधिकारियों ने फिलहाल शपथ पत्र की अनिवार्यता शुरू करा दी है।

बॉक्स -

फर्जी अभिलेख के साथ पकड़ा गया कैंडिडेट

ड्राइविंग लाइसेंस तो स्मार्ट कार्ड के रूप में कंप्यूटराइज्ड बन रहा है। इसके बाद भी कैंपस में एक्टिव दलाल फर्जीवाड़ा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। फ्राइडे को गोरखपुर आरटीओ ऑफिस में लर्निग लाइसेंस बनवाने आया एक कैंडिडेट फर्जी अंक पत्र और पहचान पत्र के साथ पकड़ा गया। बिचौलिये उसी के आधार पर लाइसेंस बनवाने का दबाव बना रहे थे, लेकिन जब बाबुओं ने उसकी जांच कराई तो फर्जी निकला। उसके खिलाफ अभी कुछ कार्रवाई निश्चित की जाती कि वह फाइल छोड़कर फरार हो गया।