- अधिवक्ता हत्याकांड
- सड़क पर उतरे, मुख्य मार्गो पर जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन, आज गेारखपुर बंद की घोषणा
- फौजदारी अधिवक्ता की हत्या के सप्ताह भर बाद भी हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोश
- गोरखक्षपीठाधीश्वर व सांसद महंत योगी आदित्यनाथ व व्यापार मंडल ने बंद का किया समर्थन
GORAKHPUR: गोरखनाथ एरिया में अधिवक्ता विजय कुमार श्रीवास्तव हत्याकांड में पुलिस अब तक खाली हाथ है। इसकी वजह से वकीलों का गुस्सा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। मंडे को हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर वकील सड़कों पर उतर आए। बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट के हजारों तादाद में अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अंबेडकर चौक से निकला वकीलों का हुजूम शास्त्री चौक, गांधी प्रतिमा, गोलघर, इंदिरा बाल बिहार होते हुए अंबेडकर चौराहे पर पहुंचा। भारी पुलिस फोर्स की बीच अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का प्रतीकात्मक पुतला फूंकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने पुतला छीन लिया। इस बीच पुलिस और अधिवक्ताओं में पुतला जलाने को लेकर हल्की-फुल्की नोक-झोक भी हुई। इसके बाद अधिवक्ताओं ने दूसरा पुतला तैयार कर उसे जलाकर अपना विरोध जताया। मंडे दोपहर अधिवक्ता की बेटी श्रेया श्रीवास्तव और उनके परिवार के सदस्य अफसरों से मिलने पहुंचे। एसपी ग्रामीण ब्रजेश कुमार सिंह से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। पीडि़त परिवार ने एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह से भी मुलाकात की। एमएलसी ने परिवार को मदद का भरोसा दिया। पुसिलिया रवैये से नाराज अधिवक्ताओं ने ट्यूज्डे को गोरखपुर बंद का एलान किया है।
मिल रही है सिर्फ तारीख पर तारीख
गोरखनाथ एरिया में 18 अगस्त की रात बदमाशों ने इलाहीबाग लाला टोला के रहने वाले अधिवक्ता विजय कुमार श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अधिवक्ता की हत्या भूमि विवाद को लेकर की गई थी। हत्या के दूसरे दिन बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट ने अधिवक्ता एसएसपी प्रदीप कुमार से मुलाकात की थी। जिस पर एसएसपी ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन दिन की मोहलत मांगी थी। लेकिन मियाद पूरी होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इसके बाद एसएसपी की गैर मौजूदगी में एसपी सिटी ने भी दो दिन का वक्त मांगा था, लेकिन वकीलों को सिर्फ तारीख ही मिली। इससे गुस्साए वकील मंडे को बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट के पदाधिकारियों के नेतृत्व में अम्बेडकर चौक पर इकट्ठा हुए। यहां से 12.30 बजे हाथ में तख्तियां लेकर हत्यारों की गिरफ्तारी के विरोध में सड़कों पर उतर गए। हजारों की संख्या में अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल जुलूस की शक्ल में अम्बेडकर चौक, शास्त्री चौक, गोलघर, इंदिरा बाल बिहार, हरिओम नगर होते हुए अंबेडकर चौक पहुंचकर अपना आक्रोश जताया।
हत्यारों को शरण दे रहे नेता
एसोसिएशन के अध्यक्ष मधुसूदन त्रिपाठी ने कहा कि अधिवक्ता की हत्या के मामले में पुलिस हत्यारों का नाम जानने के बावजूद भी उन तक नहीं पहुंच पाई है। इस मामले में साजिशकार्ता एक बड़ी पार्टी का रसूखदार नेता है। हत्याकांड के विरोध में पिछले तीन दिन से सभी अधिवक्ता हड़ताल पर है और न्यायिक कार्य से विरत हैं। जिसकी वजह से यहां पर केस लेकर आने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना कराना पड़ रहा है। मंडे के बीजेपी और कांग्रेस ने भी अधिवक्ताओं को समर्थन दे दिया है। गोरखपुर की मेयर सत्या पांडेय और एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह भी अधिवक्ताओं के इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
मुआवजा न मिलने पर भड़का गुस्सा
हत्या के मामले में पीडि़त परिवार को अर्थिक सहायता व पुत्री को नौकरी देने की मांग को लेकर अधिवक्ता मंडे को सड़कों पर नजर आए। महामंत्री जितेंद्र दुबे ने कहा कि मृतक अधिवक्ता के हत्यारों की गिऱफ्तारी और परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने कई बार जिला प्रशासन से अनुरोध किया, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही न होने से इनका आक्रोश अब बढ़ गया है। इस मामले में पुलिस का रवैया यदि ऐसा ही रहा तो कल उनका प्रदर्शन हिंसक भी हो सकता है। इसकी सारी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
ट्यूज्डे को बंद रहेगा गोरखपुर
अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन के सभागार में सांसद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बैठक की। इस दौरान सदर सांसद ने ट्यूज्डे को गोरखपुर बंद की घोषणा का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए वह अधिवक्ताओं के साथ हैं। वहीं आईएमए और व्यापार मंडल, गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब, जिला अधिवक्ता एसोसिएशन, भारत स्वाभिमाल आर्य नगर व्यापार मंडल ने भी बंद का समर्थन किया है। इस मौके पर बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट के अध्यक्ष मधुसूदन त्रिपाठी, महामंत्री जितेंद्र धर दुबे, अजय कुमार शुक्ला, धर्मेद्र मिश्र, पदमाकर धर तिवारी, मुरली मनोहर सिंह, रत्नाकर सिंह, सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार पाठक, मंत्री संजय कुमार श्रीवास्तव, विरेंद्र प्रताप सिंह, समेत तमाम अधिवक्ता मौजूद थे।
अधिवक्ता के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं किए जाने के विरोध में ट्यूज्डे को सिविल कोर्ट के हजारों अधिवक्ता काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे। वहीं मोटर साइकिल रैली भी निकाली जाएगी।
मधुसूदन त्रिपाठी, अध्यक्ष, बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट