अधिवक्ता को गोली मारने वाला शूटर मोहम्मद फजल गिरफ्तार, दर्ज हैं 15 मुकदमें
- घटना के दो अन्य बदमाश अभी फरार
GORAKHPUR: अधिवक्ता हत्याकांड में वांछित चल रहे शूटर मोहम्मद फजल को पुलिस ने वेंस्डे को गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ घटना की साजिश रचने वाला एक अन्य श्ख्स भी पुलिस की हिरासत में पहुंच गए हैं। पकड़ा गए शूटर अधिवक्ता के मोहल्ले का ही रहने वाला है। उन्हें विश्वास में लेकर इसने ही घर से बुलाया था। घटना में दो अन्य बदमाश अभी फरार चल रहे हैं।
एसएसपी ने किया खुलासा
एसएसपी प्रदीप कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि अधिवक्ता विजय कुमार श्रीवास्तव की हत्या के मामले से पर्दा उठ गया है। दुर्गाबाड़ी स्थित एक कीमती जमीन को हाथ से निकलता देख हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त चंद्रिका उर्फ चंदू साहनी ने अधिवक्ता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसके लिए उसने मोहल्ले के देवेंद्र कुमार सैनी उर्फ पप्पू सैनी को भी अपने साथ शामिल किया। साजिश के तहत पप्पू सैनी तीन बार अधिवक्ता के घर गया। उसने राजेंद्र नगर के एक व्यक्ति से जमीन का सौदा कराने की पेशकश की। अधिवक्ता को विश्वास में लेने के लिए सैनी ने कई बार फोन पर भी उनसे बातचीत की।
दो दिन पहले बुलाकर किया ट्रायल
हत्या के दो दिन पहले 16 अगस्त की शाम को ट्रायल के तौर पर सैनी ने अधिवक्ता को राजेंन्द्र नगर में बुलवाया। वह आने को राजी हुए, लेकिन फिर ऐन मौके पर चंदू साहनी ने रोक दिया। उसे अब विश्वास हो गया कि जहां भी अधिवक्ता को बुलाया जाएगा वह आ जाएंगे। इसी योजना के तहत चंदू, पप्पू सैनी ने काम करना शुरू कर दिया। 18 अगस्त को अधिवक्ता को पप्पू सैनी ने फोन किया कर शाम 7 बजे चंद्रा पेट्रोल पंप बुलवाया।
पहले ही बिठा दी थी 'फील्डिंग'
अधिवक्ता को रास्ते से हटाने के लिए शातिरों ने पहले से ही उनकी फील्डिंग बिठा दी थी। रास्ते में मोहम्मद फजल, विरेंद्र उर्फ डेविड निवासी ढड़ौना खजनी, देवरिया निवासी अश्वनी उर्फ रॉकी ने रास्ता पूछने के बहाने उन्हें रोका। वह जैसे ही रुके शूटर्स ने उन्हें गोल मारी और फरार हो गए। पुलिस ने फजल के पास से 315 बोर का तमंचा और दो कारतूस तथा एक मोबाइल बरामद किया है। मोहम्मद फजल के विरूद्ध जनपद के विभिन्न थानों में लूट, चोरी, आर्म्स एक्ट सहित 15 मुकदमें दर्ज हैं।
11 लाख में तय थी हत्या की सुपारी
अधिवक्ता विजय कुमार श्रीवास्तव की हत्या के लिए छोटी-मोटी रकम नहीं बल्कि पूरे 11 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। चंदू ने अधिवक्ता को रास्ते से हटाने के लिए सात लाख रुपये फजल को देने को कहा था। उसने यह भी कहा था कि हत्या कर दो कोई तुम्हे पकड़ नहीं पाएगा। तुम्हें किसी भी हाल में जेल नहीं जाने देंगे। इन सब बातों को सुनने के बाद फजल मर्डर के लिए तैयार हो गया। अधिवक्ता को विश्वास में लेने के बाद चंदू ने पप्पू सैनी को भी चार लाख रुपये देने का वाद किया था। इसी लालच में पप्पू ने अधिवक्ता से मेलजोल बढ़ाया और घर से बुलाकर हत्या कर दी।
पकड़ने वाली पुलिस टीम को इनाम
अधिवक्ता हत्याकांड में हत्यारों को गिरफ्तार करने वाले पुलिस टीम में गोरखनाथ एसओ सदानंद सिंह, उप निरीक्षक सत्यप्रकाश सिंह, कांस्टेबल योगेश कुमार सिंह, प्रदीप कुमार राय, जमील खां और मोहसिन खान शामिल हैं। टीम की इस उपलब्धी के लिए एसएसपी ने टीम को पांच हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया।