गोरखपुर (ब्यूरो)। यही वजह है कि गोरखपुर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी खुद को फिट रखने के लिए साइकिलिंग पर जोर देते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के बॉइकॉथन को लेकर एक तरफ जहां लोग एक्साइटेड हैैं। वहीं डीएम और एसएसपी ने भी साइकिलिंग को सेहत के लिए जरूरी बताया। दरअसल, आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोगों की लाइफस्टाइल काफी बिगड़ चुकी है और इसकी वजह से बीमारियां भी बढ़ रही हैैं। स्वस्थ रहने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बेहद जरूरी है। इससे बीमारियों का खतरा कम होता है और फिटनेस बेहतर होती है। इन दिनों बेहद कम लोग साइकिल चलाते हुए नजर आते हैं। कुछ ऐेसे लोग भी हैैं, जो साइकिलिंग को लेकर आज भी समय निकाल ही लेते हैैं। यही वजह है कि उनके सेहत बेहतर हैैं और बीमारियों से भी दूर रहते हैैं।
10 सिंतबर को बाइकॉथान
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से 10 सिंतबर को रीजनल स्पोट्र्स स्टेडियम में बाइकॉथान सीजन-15 का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के तहत जहां पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने और शहर को स्वस्थ रखने के लिए साइकिलिंग के जरिए जागरूक किया जाएगा। वहीं, हर दिन साइकिल चलाने से फिटनेस बेहतर कैसे होती है इसके बारे में भी बताया जाएगा। जब बात आती है स्वस्थ जीवन के लिए साइकिलिंग के अहम रोल की तो यह एक बढिय़ा एरोबिक एक्सरसाइज है, जिसे किसी भी उम्र के लोग आसानी से कर सकते हैं। यह एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो आपकी मसल्स, हड्डियों और मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है। साइकिलिंग करना काफी सेफ भी माना जाता है। आप इसे मर्जी के अनुसार लो इंटेंसिटी या हाई इंटेंसिटी पर चला सकते हैं। साइकिलिंग करने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, डिप्रेशन, मोटापा और आर्थराइटिस का खतरा कम हो जाता है।
कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस होती है बेहतर
- मसल्स स्ट्रेंथ और फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ती है।
- जॉइंट मोबिलिटी इंप्रूव करने में कारगर।
- स्ट्रेस लेवल कम करने में फायदेमंद।
- पोस्टर और कोआर्डिनेशन में होता है सुधार।
- हड्डियों को मिलती है मजबूती।
- फैट लेवल घटाने में कारगर।
- डिजीज से बचाव करने में मिलती है मदद।
- एंजाइटी और डिप्रेशन होता है कम।
समय निकालकर करता हूं साइकिलिंग
डीएम गोरखपुर कृष्णा करुणेश ने बताया, दैनिक जागरण आर्ईनेक्स्ट के बाइकॉथान सीजन-15 में लोगों को निश्चित तौर पर शामिल होना चाहिए। इस तरह के आयोजन होने से लोगों में सेहत के प्रति जागरुकता बढ़ेगी। मैैं खुद भी समय निकालकर साइकिलिंग करना पसंद करता हूं। कोशिश रहती है कि प्रतिदिन साइकिलिंग करूं, लेकिन कई बार समय नहीं मिल पाता है। फिर भी समय निकालकर अपने ही कैंपस में साइकिलिंग कर लेता हूं। मुझे आज भी याद है। जब बचपन में हम छोटे थे, तब साइकिल से ही स्कूल जाते थे। घर में भी शाम के वक्त फिजिकल एक्सरसाइज के लिए साइकिलिंग ही करते थे। पर्यावरण को पॉल्यूशन फ्री रखने के लिए हमें कम से कम सप्ताह में दो दिन साइकिल से ही जरुरी काम निपटाने चाहिए। खुद की सेहत भी फिट रहेगी और एन्वॉयरमेंट भी पॉल्यूशन फ्री होगा।
साइकिलिंग बेस्ट एक्सरसाइज
एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने बताया कि भाग-दौड़ भरी जिंदगी में थोड़ा समय खुद के लिए भी निकालना चाहिए। रेगुलर एक्सरसाइज कर हर कोई खुद को फिट रख सकता है। मेरे हिसाब से साइकिलिंग सबसे अच्छा एक्सरसाइज है। साइकिल चलाने पर पेट से फैट गायब और तनाव भी दूर हो जाते हैं। मैं खुद को फिट रखने के लिए साइकिल चलाता हूं। यह मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है। साइकिलिंग से मसल्स और हड्डियों को भी मजबूती मिलती है। साथ ही डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी कम हो जाता है। एक फिट इंसान ही किसी भी काम को अच्छे से अंजाम दे सकता है। इसलिए खुद को फिट रखने के लिए थोड़ा समय हर किसी को निकालना चाहिए।
प्रिय है साइकिलिंग
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा, मुझे साइकिलिंग बहुत प्रिय है। कॉलेज के दिनों से ही साइकिलिंग करता रहा हूं। मैं तो अपने रूटीन मूवमेंट भी सुबह के समय साइकिल से करता हूं। गोरखपुराइट्स ने देखा होगा कि मैंने कई बार सुबह के समय इंस्पेक्शन भी साइकिल से करता हूं। साइकिलिंग से मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है, मसल्स को मजबूती मिलती है और बॉडी फैट बर्न होता है। अगर आप वेट लॉस करने की कोशिश कर रहे हैं, तो साइकिलिंग करना बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आपको हेल्दी डाइट भी लेनी पड़ेगी। खास बात यह है कि आप अपने छोटे-मोटे काम भी साइकिल के जरिए कर सकते हैं।