हाईकोर्ट पहुंची सीजीएम कोर्ट में पिटाई का मामला
- 20 को आ सकते हैं हाईकोर्ट के एडमिनिस्ट्रेटिव जज जांच को
GORAKHPUR : सीजेएम कोर्ट में युवक की पिटाई का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। जांच भी शुरू हो गई है। दस्तावेज इकट्ठा किए जा रहे हैं, मगर ये जांच न तो उस युवक के खिलाफ है और न ही वकीलों के खिलाफ। बल्कि ये जांच शुरू हुई है सीजेएम कोर्ट में बवाल को लेकर। वकीलों के लगातार आरोप लगाए जाने से ये मामला हाईकोर्ट के एडमिनिस्ट्रेटिव जज तक पहुंच गया है। इसी जांच के सिलसिले में एडमिनिस्ट्रेटिव जज के ख्0 मार्च को गोरखपुर आने की उम्मीद है।
वकील इकट्ठा कर रहे दस्तावेज
बार एसोसिएशन, गोरखपुर के अध्यक्ष एडवोकेट मधुसुदन त्रिपाठी ने बताया कि पूरा मामले से हाईकोर्ट के एडमिनिस्ट्रेटिव जज को अवगत कराया गया है। उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी लेने के साथ साक्ष्य देने को कहा है। उन्होंने बताया कि इसी मामले में एडमिनिस्ट्रेटिव जज ख्0 मार्च को गोरखपुर आ सकते हैं। इसके चलते उक्त मामले से जुड़े सभी साक्ष्य को इक्ट्ठा किया जा रहा है।
फ्राइडे को हुआ था बवाल
बार एसोसिएशन, गोरखपुर के अध्यक्ष एडवोकेट मधुसुदन त्रिपाठी ने बताया कि एक दलाल पैसा लेकर फैसला बदला रहा है। ऐसी लगातार जानकारी मिल रही थी। क्फ् मार्च, फ्राइडे को भी ऐसा ही एक मामला था, जिसमें दलाल जमानत कराने के बदले पैसा मांग रहा था। वकीलों ने इस पूरी घटना का स्टिंग आपरेशन कर डाला। इसके बाद दलाल को सीजेएम कोर्ट में पकड़ लिया। वकीलों ने जमकर पिटाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। वकीलों ने आरोप लगाया कि जिन मामलों में पैसा नहीं मिलता है, उसमें तारीख पर तारीख पड़ती है और जिसमें मिल जाता है, उसमें प्रॉसेस शुरू हो जाता है।
आज से काम पर लौट सकते हैं वकील
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने इलाहाबाद मामले को लेकर आगे का कोई आदेश नहीं दिया है। बार काउंसिल, गोरखपुर के अध्यक्ष एडवोकेट मधुसुदन त्रिपाठी और महामंत्री जितेंद्र धर दूबे ने बताया कि ट्यूज्डे को बार काउंसिल के सभागार में एक मीटिंग की जाएगी। मीटिंग के बाद आगे का फैसला किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लगभग सभी मांग पूरी हो गई है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया का कोई आदेश भी नहीं है। अगर सभी मेंबर की सहमति मिलती है तो हड़ताल खत्म कर दी जाएगी।
पुलिस के चंदा मांगने की निंदा
पुलिस के चंदा मांगने की घटना की बार काउंसिल, गोरखपुर के मेंबर्स ने निंदा की। बार काउंसिल गोरखपुर के अध्यक्ष मदुसुदन त्रिपाठी और महामंत्री जितेंद्र धर दूबे ने बताया कि इलाहाबाद में हुआ पुलिस-वकील बवाल में घायल सिपाही के लिए प्रदेश भर के पुलिसकर्मी चंदा इक्ट्ठा कर रहे हैं। जो गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बंद रही कचहरी, बिना कोट आए वकील
बार काउंसिल के आदेश के मुताबिक मंडे को गोरखपुर के सभी वकील हड़ताल पर रहे। कचहरी से लेकर टैक्स ऑफिस तक में सन्नाटा पसरा रहा। कचहरी पहुंचे अधिकांश वकील काला कोट नहीं पहने थे। वकीलों ने मंडे को पुलिस के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए विरोध दिवस के रूप में मनाया। सभी वकील एकजुट होकर जुलूस का रूप लेते हुए कचहरी से निकले। जो कचहरी चौराहा, अंबेडकर चौराहा, शास्त्री चौराहा होते वापस उसी रास्ते लौट आए। जुलूस की अगुवाई कर रहे जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार पांडेय और महामंत्री योगेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि पुलिस ने जो काम किया वह निंदनीय है। इसके बाद एसोसिएशन की एक साधारण बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बताया गया कि बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश की ओर से ख्फ् मार्च को उत्तर प्रदेश विधानसभा, लखनऊ का घेराव किया करने का निर्णय लिया गया है। जिसके लिए सभी वकील ख्ख् मार्च को लखनऊ पहुंच जाएंगे।