- मोबाइल पर बात करने को लेकर हुई कहासुनी
- धक्का देकर भागने का आरोप, पुलिस कर रही कार्रवाई
GORAKHPUR: जेल में बंद माफिया प्रदीप सिंह की दारोगा सुनील सिंह से कचहरी में भिड़ंत हो गई। मंडे दोपहर पेशी पर गए माफिया ने अपनी हनक दिखाने की कोशिश की। पुलिसवालों ने टोकाटाकी तो दारोगा से कहासुनी के बाद हाथापाई हो गई। पुलिस का आरोप है कि दारोगा को धक्का देकर प्रदीप सिंह ने भागने की कोशिश की। दारोगा की तहरीर पर प्रदीप सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पुलिस कार्रवाई कर रही है।
हत्या के आरोप में जेल काट रहा है प्रदीप सिंह
सहजनवां एरिया के मल्हीपुर निवासी प्रदीप सिंह पर हत्या का आरोप है। ढाई दशक पूर्व पिपरौली के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह की हत्या जिला पंचायत गेट पर कर दी गई थी। प्रमुख का मर्डर करने पहुंचे बदमाशों ने गनर की कार्बाइन भी लूट लिया। सुरेंद्र सिंह के बेटे चंद्रवीर सिंह और सुधीर सिंह ने पिता के मर्डर का बदला लेने की ठानी। मुकदमे की पैरवी करने गए चंद्रवीर सिंह की कचहरी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसमें प्रदीप सिंह और उसके सहयोगियों का नाम सामने आया। प्रदीप सिंह को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। प्रदीप सिंह हत्या के मामलों में जेल काट रहा है।
मंडे को पेशी पर आया, दारोगा से हुआ बवाल
जेल में बंद माफियाओं की पेशी के दौरान पुलिस सतर्कता बरतने लगी है। मंडे को प्रदीप सिंह की कचहरी में पेशी थी। पुलिस लाइन में तैनात एसआई सुनील सिंह की अगुवाई में फोर्स प्रदीप सिंह को लेकर कचहरी पहुंची। वहां कोर्ट में पेश कराने के बाद पुलिस प्रदीप को लाकप ले जा रही थी। तभी प्रदीप सिंह ने किसी से मोबाइल पर बात करना शुरू कर दिया। दारोगा ने मोबाइल पर बात करने से मना किया। इसको लेकर कहासुनी हुई। इसके बाद प्रदीप सिंह के फैमिली मेंबर्स दवा लेकर आ गए। लोगों ने प्रदीप सिंह को दवा देने का प्रयास किया। पुलिस ने जेल में जाकर दवा देने की सलाह दी।
हमारा नाम प्रदीप सिंह है
पुलिस का कहना है कि प्रदीप सिंह ने अपनी हनक दिखाने की कोशिश की। उसने खुद को प्रदीप सिंह बताया। कहा कि वह पेशी आता है तो ऐसा ही करता है। तब दारोगा ने कहा कि उसकी मौजूदगी में ऐसा नहीं हो सकेगा। आरोप है कि इसके बाद प्रदीप सिंह ने दारोगा के साथ विवाद शुरू कर दिया। कचहरी में मौजूद अपने समर्थकों को देखकर दारोगा से हाथापाई शुरू कर दिया। दारोगा को धक्का देकर भागने की कोशिश की। पुलिस ने प्रदीप को दबोच लिया। उधर प्रदीप सिंह के समर्थकों ने कहा कि पुलिसवालों ने दवा छीनकर फेंक दिया। विरोध करने पर प्रदीप सिंह को पीटा गया।