- आरोपी के घर पर ग्रामीणों ने की जमकर तोड़फोड़
GORAKHPUR: जंगल कौडि़या ब्लॉक के अहिरौली में प्रधानी चुनाव को लेकर सोमवार की रात हुए बवाल के बाद एक पक्ष ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया। इतना ही नहीं आरोपी पक्ष के घर पर ग्रामीणों ने जमकर तोड़फोड़ भी की। घटना के बाद से ही आरोपी पक्ष का पूरा परिवार फरार चल रहा है। गौरतलब है कि यहां के दंबग नरेंद्र तिवारी और विरेंद्र तिवारी की मां कमलावती तिवारी और बृजेश यादव की भाभी इंद्रा भी इसी गांव से प्रधान पद की उम्मीवार रही हैं।
सोमवार को हुआ था बवाल
सोमवार की रात यहां से रुपए बांटने के आरोप को लेकर दोनों पक्षों में जमकर बवाल हुआ। इस दौरान तिवारी पक्ष की ओर से फायरिंग भी हुई। जिसमें छह लोग गंभीर रुप से घायल हुए। इसमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसका बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद से ही यहां की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
नहीं रहा कोई पोलिंग एजेंट
मंगलवार को यहां के प्राथमिक विद्यालय पर मतदान तो होता रहा, लेकिन इस दौरान कोई कमलावती तिवारी का एजेंट नहीं बना। ग्रामीणों के मुताबिक घटना के बाद से ही पूरा परिवार फरार चल रहा है। इस बीच गांव वालों का कहना था कि आरोपी पक्ष के प्रत्याशी यहां आकर चुनाव निरस्त कराने की मांग कर रही थी। इस पर यहां मौजूद अधिकारियों ने कहा कि यह चुनाव आयोग ही कर सकता है। इसपर पर आरोपी पक्ष के प्रत्याशी ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया और वहां से चली गई।
प्रत्याशी ने दी बंदूक
पोलिंग बूथ पर वोट देने आए ग्रामीणों ने एक सुर में आरोपी पक्ष पर आरोप की बाढ़ लगा दी। आरोपियों के आपराधिक प्रवृति होने के कारण नाम न छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि काफी पहले से ही आरोपी पक्ष के लोग खुलेआम गांव में यह कहते फिरते रहे कि चाहे गोली चले या बम। चुनाव तो जितना है। जो भी इस बीच में आएगा, वह गोली खाएगा। इसी बीच सेमवार की रात किसी ने गांव में अफवाह फैलाई की प्रत्याशियों की ओर से रुपए बांटने जा रहे हैं। इस पर यहां के दो पक्ष आपस में भिड़ गए। पहले तो दोनों पक्षों में कहासुनी हो रही थी। थोड़ी देर बाद प्रधान प्रत्याशी खुद हाथ में बंदूक लिए आई और अपने बेटों को देकर बोली की गोली मार दो सबको। इस पर उनमें से एक ने पहले हवाई फायरिंग की और फिर कहासुनी होते जलालुद्दीन उर्फ किन्ना के पेट में गोली मार दी।
लाइसेंसी बंदूक से मारी गोली
ग्रामीणों का कहना है कि नरेंद्र तिवारी यहां का काफी दबंग है। वह इस तरह की घटनाओं को आए दिन अंजाम देता है। उसके साथ कुछ बंदूकधारी भी चलते है। जिनके साथ वह अकसर सबको गोली मारने की बात करता है। ग्रामीणों के मुताबिक गोली अवैध असलहे से चलाई गई थी, जबकि सूत्र बतातें हैं कि नरेंद्र तिवारी के पास एक नहीं बल्कि तीन लाइसेंसी बंदूक है। गोली भी लाइसेंसी बंदूक से ही चली थी।