गोरखपुर (ब्यूरो)।साल 2024 में 12वीं में दो बार बोर्ड एग्जाम कराए जाने का प्रस्ताव है, जिसे बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर पेरेंट्स, टीचर, स्टूडेंट और स्कूल प्रबंधन की राय मांगी गई है। इसी तरह कई और भी बदलाव 2024 में देखने को मिलेंगे, जिसको लेकर सीबीएसई ने प्रस्ताव तैयार किए हैं। वहीं, इंटर में दो बार बोर्ड एग्जाम कराए जाने पर गोरखपुर के स्कूल प्रबंधन ने ऐतराज जताया है। डायरेक्टर प्रिंसिपल की मानें तो इस बदलाव से स्टूडेंट का प्रेशर और बढ़ेगा।

ऑप्शनल क्वेश्चन रहेगा जोर

सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए अपनी मूल्यांकन योजना में बदलाव की घोषणा की है। जिसके मुताबिक बोर्ड की तरफ से बहुविकल्पीय प्रश्नों (एमसीक्यू) पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है। साथ ही लघु और दीर्घ-उत्तर वाले क्वेश्चन को दिए गए वेटेज में कमी की गई है। ये बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप हैं। बोर्ड का मानना है कि इससे बच्चे रट्टा मारने के बजाय क्रिएटिव चीजों पर ज्यादा फोकस कर पाएंगे। हालांकि, ये बदलाव अभी लागू नहीं किए हैं। लेकिन माना जा रहा है कि इसे 2023-24 शैक्षणिक सत्र से लागू कर दिया जाएगा।

हाईस्कूल में योग्यता आधारित क्वेश्चन

बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2024 के लिए एग्जाम और मूल्यांकन प्रथाओं में बदलाव की शुरुआत कर रहा है, ताकि योग्यता केंद्रित शिक्षा के मूल्यांकन को बढ़ावा मिल सके। सीबीएसई क्लास 10वीं के बोर्ड एग्जाम में आधे क्वेश्चन यानि 50 परसेंट योग्यता-आधारित होंगे, जिसमें ऑप्शनल क्वेश्चन (एमसीक्यू), केस-आधारित प्रश्न, स्रोत-आधारित एकीकृत सवाल या अन्य प्रारूप शामिल हो सकते हैं।

सिलेबस लागू होते दी जाएगी सूचना

बताया जा रहा है कि पिछले सत्र में एमसीक्यू क्वेश्चन का वेटेज 40 परसेंट था। नए पैटर्न के मुताबिक लघु-उत्तर और दीर्घ-उत्तर वाले क्वेश्चन के वेटेज को 40 से घटाकर 30 परसेंट कर दिया गया है। सिलेबस लागू करते ही स्कूलों को भी इसकी सूचना दी जाएगी। स्टूडेंट को संबंधित स्कूलों से एग्जाम पैटर्न के बारे में बता दिया जाएगा।

मई में आ सकता है बोर्ड एग्जाम का रिजल्ट

इधर बोर्ड 2023 के रिजल्ट जारी करने की भी तैयारियों में जुट गया है। माना जा रहा है कि मई तक 10वीं-12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।

ये माना जा रहा है कि साल 2024 से स्कूलों में एनईपी के अनुसार ही पढ़ाई होगी। इसको लेकर कई प्लान भी तैयार किए जा रहे हैं। इंटर में दो बार बोर्ड एग्जाम की भी बात चल रही है। जो बच्चों का प्रेशर बढ़ाएगी।

अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमी

न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार पढ़ाई कराने के लिए स्कूल भी तैयार हो चुके हैं। इंटर बोर्ड एग्जाम में दो बार कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिस पर सबकी राय मांगी गई है। ये लागू होगा तो बच्चे परेशान होंगे।

हेमंत मिश्रा, डायरेक्टर एबीसी पब्लिक स्कूल