गोरखपुर (ब्यूरो)।साथ ही हादसे के आंकड़ों ने बड़े-बुजुर्गों की बात पर मुहर भी लगा दी। बड़े बुजुर्ग हमेशा कहते हैं कि रात का सफर खतरों भरा होता है। पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि गोरखपुर में सबसे अधिक एक्सीडेंट और भोर के समय हुई हैं। कुल हादसों में सबसे अधिक 932 हादसे और 390 मौतें अंधेरे में हुई हैं।
दिन में भी हुए हादसे
रात की तुलना में दिन में कम हादसे हुए हैं। एनआईआईसी आंकड़ों के अनुसार बीते एक साल में गोरखपुर में सुबह 9 से 12 बजे की बीच 350 हादसे हुए हैं। इन हादसों में 140 लोगों की मौत हो गई है।
24 घंटे में इस समय होते हादसे
साल 2022 में हादसों की टाइमिंग की बात करें तो सुबह 9 से 12 बजे के बीच हादसे हुए हैं। इसी तरह शाम 6 से 9 और देर रात 3 से सुबह 6 बजे के बीच हादसे हुए हैं।
हादसों का टाइमिंग और मौतें
समय हादसे मौत
शाम 6 से 9 451 178
भोर में 3 से 6 481 212
सुबह 9 से 12 350 140
किस एरिया में कितने हादसे
थाना एरिया हादसे मौत घायल
बांसगांव 43 12 36
बड़हलगंज 47 21 34
बेलघाट 14 03 12
बेलीपार 40 22 30
कैंपियरगंज 62 44 31
कैंट 85 19 60
चौरीचौरा 32 19 45
चिलुआताल 73 25 52
गगहा 49 28 31
गीडा 93 54 54
गोला 39 13 18
गोरखनाथ 22 06 14
गुलरिहा 69 30 36
हरपुर बुदहट 08 00 09
झंगहा 43 19 22
खजनी 38 18 33
खोराबार 106 41 37
कोतवाली 14 03 10
पीपीगंज 42 22 26
पिपराइच 84 29 67
राजघाट 14 05 06
रामगढ़ताल 54 13 39
सहजनवां 56 33 33
शाहपुर 44 20 20
सिकरीगंज 26 10 20
तिवारीपुर 10 03 09
ऊरवा बाजार 20 05 24
फैक्ट एंड फीगर
खोराबार में सबसे अधिक 106 हादसे हुए।
कैंपियरगंज में सबसे अधिक 44 मौतें हुईं।
हरपुर बुदहट में सबसे कम 8 हादसे हुए
हरपुर बुदहट में एक भी मौत हादसे में नहीं हुई है।
एक साल का आकड़ा
1042 गंभीर दुर्घटनाएं हुईं।
530 कुल मौतें हुईं।
808 लोग घायल हुए।
784 नार्मल दुर्घटनाएं कुल हादसों में रहीं।
एक हादसे में केवल 1 मौत ही नहीं बल्कि पूरा परिवार टूट जाता है। इसलिए हमें सड़क पर सफर के दौरान सावधानियां बरतनी चाहिए। ट्रैफिक रूल्स को फॉलो कर हम दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। कार चलाते समय सीट बेल्ट और बाइक चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं। कभी भी नशे का सेवन कर ड्राइव नहीं करें। दुर्घटनाएं कम हों। लोग अवेयर हों। इसके लिए हमारा हमेशा अभियान भी चलता रहता है।
डॉ। एमपी सिंह, एसपी ट्रैफिक
जिले में ये ब्लैक स्पॉट, यहां सतर्कता से गुजरें
वाहन चालक और राहगीर नौसढ़, जंगल धूषण से पिपराइच, कालेसर, चौरीचौरा से भोपा बाजार, बोक्टा, बिलो सिधावल, दाना पानी सहजनवां, नौसढ़, कसरौल, भीटी रावत सहजनवां, फॉर-फेस्ट चौमुखी, देवीपुर, मरचाहे कुटी, खजांची चौराहा, रावतगंज, सोनू घाट, फुटहवा ईनार, निबिहवा ढाला और रामनगर कडज़हां से सतर्कता से गुजरें।