- रेलवे ने 12553 में एसी 2 की जगह लगाया एसी थ्री का कोच

- पैसेंजर्स रहे परेशान, 15 मिनट में ही चल दी वैशाली

GORAKHPUR : गोरखपुर जंक्शन पर सैटर्डे को पैसेंजर्स एक अजीबोगरीब मुसीबत से दो चार हुए। बरौनी से चलकर गोरखपुर के रास्ते नई दिल्ली को जाने वाली क्ख्भ्भ्फ् में एसी टू कोच में रिजर्वेशन कराने वाले पैसेंजर्स के साथ धोखा हो गया। एसी सेकेंड में रिजर्वेशन के बाद भी उन्हें एसी थ्री कोच में सफर करना पड़ा, जबकि उन्होंने एसी-ख् का पूरा किराया पे किया था। ऐसे में पैसेंजर्स जिम्मेदारों को ढूंढते रहे, लेकिन कोई भी जिम्मेदार नजर नहीं आया। अभी वह कहीं शिकायत कर पाते कि इस बीच ट्रेन की सीटी बज गई और ट्रेन आगे के लिए चल पड़ी। लाख कोशिशों के बाद भी उन्हें एसी थ्री में ही अपने सफर पर आगे जाना पड़ा।

बाहर से कुछ और अंदर से कुछ और

क्म्.ब्भ् पर क्ख्भ्भ्फ् वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस गोरखपुर स्टेशन पहुंची। इस बीच गोरखपुर से दिल्ली के लिए जाने वाले पैसेंजर्स अपनी-अपनी बोगियों में चढ़ने के लिए आगे बढ़े। इनमें से जब एसी-ख् में रिजर्वेशन कराने वाले पैसेंजर्स अपने ए-क् कोच में पहुंचे, तो वह चकरा गए। कोच पर बाहर तो एक् ही लिखा हुआ था, लेकिन अंदर पूरा कोच एसी थ्री का था। वह दोबारा अपना नाम रिजर्वेशन चार्ट में चेक करने के लिए बाहर उतरे, मगर चार्ट पर उनका ही नाम लिखा था। ऐसे में वह कोच कंडक्टर और टीटीई को ढूंढने लगे, मगर इस बीच ट्रेन आगे की ओर चल दी।

डैमेज होने की वजह से नहीं लग सका कोच

गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेन पहुंचने के बाद लोगों को सी-ऑफ करने आए लोगों ने क्वेरी की। तो इस दौरान यह पता चला कि ट्रेन चलने के लास्ट मोमेंट पर एसी टू का कोच डैमेज हो जाने की वजह से उसे अलग करना पड़ा। ट्रेन लेट न हो इसलिए एसी थ्री का कोच लगाकर उसे रवाना कर दिया गया। इसमें बीच वाली सीट किसी को भी अलॉट नहीं होती है और पैसेंजर्स अपनी जर्नी एसी टू की तरह ही कंप्लीट कर सकता है। ए-क् कोच में ही दिल्ली जा रहे एमएस हक ने बताया कि एसी टू और एसी थ्री कोच में काफी फर्क है। उसकी सीट काफी कंफर्टेबल होती है, जबकि एसी थ्री में काफी कंजेस्टेड, इसलिए एसी टू का मुकाबला एसी थ्री से करना ठीक नहीं है। वह भी तब जब एसी-ख् के लिए पूरा किराया अदा किया गया हो।

फेयर डिफरेंस मिल सकता है वापस

रेल जर्नी के दौरान अगर आप या आपकी फैमिली के साथ भी ऐसा कुछ होता है, तो इस कंडीशन में आप रीफंड के हकदार है। इसके लिए आपको अपने कोच कंडक्टर से अपने टिकट पर यह क्लैरिफाई कराना होगा कि आपने एसी टू का रिजर्वेशन कराया था, लेकिन आपने एसी थ्री में सफर किया है। कंडक्टर की रिपोर्ट अपने डेस्टिनेशन स्टेशन पर ख्0 घंटे के अंदर पेश करने पर फेयर डिफरेंस मिल जाएगा।

फेयर - (गोरखपुर से नई दिल्ली)

एसी -ख्

जनरल तत्काल

क्म्0भ् ख्0ख्0

एसी -फ्

जनरल तत्काल

क्क्ख्भ् क्ब्फ्भ्