गोरखपुर (ब्यूरो)। भारी बारिश के बाद भी स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर डटे रहे। बारिश थमने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे, जिन्हें कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगों से अवगत कराया। प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स का अरोप है कि यूनिवर्सिटी में पीएचडी की फीस चार गुना और कई प्रोग्राम्स की फीस दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ गई है। इससे स्टूडेंट्स को बीच सेशन में कैसे फीस जमा करें, इसको लेकर वह प्रॉब्लम फेस कर रहे हैं। उन्होंने इसको तत्काल प्रभाव से कम करने की मांग की है। यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर एग्जाम हो रहे हैं, लेकिन उनका रिजल्ट टाइम से नहीं आ रहा। स्टूडेंट्स ने मांग की है कि फीस वृद्धि के कारण तमाम स्टूडेंट्स ने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, जिसे देखते हुए रजिस्ट्रेशन की डेट एक्सटेंड की जाए। पिछले सेशन का रिजल्ट तो आ गया, लेकिन उसकी मार्कशीट नहीं आई। यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स का टर्मिनेशन और उनपर लगे मुकदमे वापस लिए जाए।

घंटों चला प्रदर्शन

यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स की समस्याओं को लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ता सुबह 10 बजे से यूनिवर्सिटी मेन गेट पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। तेज बारिश के दौरान भी वे अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कई तरह के बैनर और पोस्टर के जरिए यूनिवर्सिटी प्रशासन से अपनी नाराजगी जाहिर की।

जारी रहेगा संघर्ष

एबीवीपी गोरक्ष प्रांत के प्रदेश मंत्री सौरभ कुमार गौंड ने बताया कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स से जुड़ी समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों को निष्कासित करके उनसे शिक्षा के अधिकार को छीनने का प्रयास कर रहा है, जो किसी भी स्तर पर न्यायोचित नहीं है। एबीवीपी शुल्क वृद्धि में कमी और कार्यकर्ताओं के निष्कासन संबंधी आदेशों को वापस लेने तक यूनिवर्सिटी प्रशासन के विरुद्ध संघर्ष जारी रखेगी। इकाई अध्यक्ष पीयूष मिश्रा ने कहा कि कुलपति को अपने आवास से निकलकर छात्रों के मध्य उनकी समस्याओं का निराकरण करने के लिए आगे आना चाहिए।